
हरियाणा की इलेक्ट्रिक वाहन स्टार्टअप ज़ेलियो ई-मोबिलिटी लिमिटेड अपने ई-थ्री-व्हीलर ब्रांड तांगा के विस्तार पर काम कर रही है। कंपनी अप्रैल 2026 से नया मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शुरू करने की तैयारी कर रही है। उम्मीद है कि आने वाले दो सालों में थ्री-व्हीलर से कंपनी की कुल आय का लगभग 30–40 प्रतिशत हिस्सा मिलेगा।
ज़ेलियो का नेतृत्व नीरज आर्या, दीपक आर्या और कुणाल आर्या कर रहे हैं। वर्तमान में कंपनी हिसार स्थित प्लांट से सालाना 72,000 ई-टू-व्हीलर बनाने की क्षमता रखती है, जो फिलहाल 52% क्षमता पर चल रहा है। कंपनी मुख्य रूप से लो-स्पीड ई-टू-व्हीलर बनाती है, जिन्हें छात्रों, बुजुर्गों और शॉर्ट-डिस्टेंस कम्यूटर्स को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। इसके 300 से अधिक डीलर आउटलेट्स हैं।
कंपनी के सीएफओ शुभम गर्ग ने बताया कि नए प्लांट के लिए लगभग 20 करोड़ रुपये लगाए जाएंगे, जबकि 19–20 करोड़ रुपये कर्ज़ चुकाने, वर्किंग कैपिटल और आरएंडडी जैसी ज़रूरतों पर खर्च होंगे। उन्होंने कहा कि नया यूनिट डाइवर्सिफिकेशन के लिए ज़रूरी है और इससे ऑपरेशनल रिस्क कम होंगे।
वित्त वर्ष 2025 में ज़ेलियो ने 172 करोड़ रुपये का राजस्व, 21 करोड़ रुपये का EBITDA और 16 करोड़ रुपये का मुनाफ़ा दर्ज किया। कंपनी की नेटवर्थ 26.67 करोड़ रुपये रही और तीन सालों में राजस्व CAGR 83% और PAT CAGR 128% दर्ज किया।
कंपनी ने विस्तार और वर्किंग कैपिटल ज़रूरतों के लिए SME IPO लाने का ऐलान किया है। SEBI द्वारा मंज़ूर यह IPO 30 सितंबर 2025 से 3 अक्टूबर 2025 तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा। इसके ज़रिए कंपनी 78 करोड़ रुपये जुटाएगी। यह इश्यू बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होगा और हेम सिक्योरिटीज लिमिटेड इसका प्रबंधन करेगी। प्राइस बैंड 129–136 रुपये प्रति शेयर रखा गया है।
भविष्य में कंपनी दक्षिण और पूर्वी भारत में भी नए प्लांट लगाने पर विचार कर सकती है, लेकिन फिलहाल प्राथमिकता तांगा ई-थ्री-व्हीलर प्रोजेक्ट पर है।