
सरकार ने गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) काउंसिल की 56वीं बैठक की तारीखों की घोषणा कर दी है। राजस्व सचिव अरविंद श्रीवास्तव द्वारा शुक्रवार को जारी कार्यालय ज्ञापन के अनुसार यह बैठक 3 और 4 सितंबर को आयोजित होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को जीएसटी ढांचे की समीक्षा करने की घोषणा की थी और संकेत दिया था कि दिवाली तक राहत मिल सकती है। इसके बाद से लगातार यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि छोटे वाहनों और दोपहिया गाड़ियों पर जीएसटी दर 28% से घटाकर 18% की जा सकती है।
उपभोक्ताओं में असमंजस की स्थिति बनी हुई है, जिससे वाहन खरीदने का फैसला कई लोग टाल रहे हैं। हालांकि अब बैठक की तारीखें तय होने से ऑटोमोबाइल कंपनियों, डीलरों और ग्राहकों को जल्द राहत और स्पष्टता मिलने की उम्मीद है। यह बैठक पहले मध्य सितंबर या अक्टूबर में होने की संभावना जताई जा रही थी।
वर्तमान में जीएसटी दरें 5%, 12%, 18% और 28% की चार स्लैब में आती हैं। यात्री वाहन 28% जीएसटी और 1% से 22% तक की क्षतिपूर्ति उपकर (सेस) के दायरे में हैं। छोटे पेट्रोल वाहनों पर कुल टैक्स लगभग 29% है, जबकि बड़े एसयूवी पर यह 50% तक पहुंच जाता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार वाहन कर ढांचे में बदलाव कर इंजन क्षमता के आधार पर नई श्रेणियां बनाने पर विचार कर रही है। 1200 सीसी से कम इंजन वाले छोटे वाहनों को एक अलग श्रेणी में रखा जा सकता है, जिस पर कर घटाकर 18% किया जा सकता है। वहीं 1200 सीसी से बड़े इंजनों वाले वाहनों पर ऊंचा टैक्स लगाया जा सकता है।
गौरतलब है कि मोटर वाहनों समेत “लक्जरी और सिन” आइटम पर लगने वाला मुआवजा उपकर मार्च 2026 तक जारी रहेगा। इसे पहले जून 2022 में समाप्त होना था, लेकिन राज्यों को राजस्व नुकसान की भरपाई के लिए इसकी अवधि बढ़ा दी गई थी।