
सिट्रोएन इंडिया ने एचडीएफसी बैंक के साथ साझेदारी की घोषणा की है, जिसके तहत ग्राहकों और डीलरों को रिटेल और डीलर फाइनेंस सॉल्यूशंस प्रदान किए जाएंगे। यह साझेदारी एचडीएफसी बैंक को भारत में ऑपरेट करने वाले सभी स्टेलांटिस ब्रांड्स – जीप, मासेराटी और सिट्रोएन – के लिए एक्सक्लूसिव प्रिफर्ड फाइनेंसर बनाती है।
यह समझौता स्टेलांटिस इंडिया के बिजनेस हेड और डायरेक्टर शिशिर मिश्रा और एचडीएफसी बैंक के ऑटो लोन, इन्वेंट्री फाइनेंस और टू-व्हीलर लोन के बिजनेस हेड अखिलेश कुमार रॉय द्वारा हस्ताक्षरित किया गया।
इस साझेदारी के तहत ग्राहक अब प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों और लचीले पुनर्भुगतान विकल्पों के साथ फाइनेंसिंग का लाभ उठा सकेंगे। समझौते के तहत ‘एचडीएफसी एक्सप्रेस कार लोन’ पेश किया गया है, जो डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए केवल 30 मिनट में लोन वितरण सुनिश्चित करता है, जिसमें किसी भौतिक दस्तावेज की आवश्यकता नहीं होती।
यह सहयोग सिर्फ ग्राहकों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि डीलर भागीदारों के लिए भी फायदेमंद होगा। सिट्रोएन डीलरों को कस्टमाइज़्ड फ्लोरप्लान फाइनेंस सॉल्यूशंस, प्रेफरेंशियल टर्म्स और वर्किंग कैपिटल फंडिंग दी जाएगी जिससे उनके संचालन और विकास को समर्थन मिलेगा।
एचडीएफसी बैंक का ऑटो लोन पोर्टफोलियो 30 जून 2025 तक ₹1.48 लाख करोड़ से अधिक पहुंच गया है, जो बैंक की खुदरा परिसंपत्तियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। बैंक पिछले दो दशकों से ऑटोमोबाइल फाइनेंसिंग में सक्रिय है और इसका नेटवर्क पूरे भारत में फैला हुआ है।
यह साझेदारी स्टेलांटिस और एचडीएफसी बैंक के बीच पहले से मौजूद संबंधों को और मजबूत बनाती है, जो पहले जीप और मासेराटी ब्रांड्स तक सीमित थी। अब इसमें सिट्रोएन को शामिल करने से यह रणनीति और व्यापक हो गई है।
सिट्रोएन, जिसकी स्थापना 1919 में हुई थी, आज 101 देशों में मौजूद है और इसके 6,200 बिक्री और सेवा केंद्र हैं। कंपनी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी से लेकर एसयूवी और कमर्शियल वाहनों तक की रेंज पेश करती है। वहीं, एचडीएफसी बैंक भारत का सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का बैंक है जो देशभर में बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं प्रदान करता है।