
Entrepreneur India EV 2025 समिट का पहला दिन ऊर्जा, इनोवेशन और नीति के मेल का गवाह बना, जहां देश और दुनिया के ईवी क्षेत्र से जुड़े प्रमुखों, स्टार्टअप्स, वैज्ञानिकों और नीति-निर्माताओं ने भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के भविष्य को आकार देने के लिए विचार साझा किए।
कार्यक्रम की शुरुआत Franchise India की सीईओ अशिता मार्या के उद्घाटन भाषण से हुई। उन्होंने कहा,"हम भारत की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी यात्रा के एक निर्णायक मोड़ पर खड़े हैं। 2028 तक $27.7 बिलियन के बैटरी मार्केट और मई में कार बिक्री में 4.1% EV हिस्सेदारी जैसे आँकड़े बदलाव की रफ्तार को दर्शाते हैं। लेकिन यह सम्मेलन केवल मील के पत्थर नहीं, बल्कि गति का प्रतीक है।"
ऑपन एनर्जी (Open Energy) के को-फाउंडर और सीईओ टिन हैंग लियू ने “Ultra-Fast Charging और भारत के ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर में DeepSeek मोमेंट” विषय पर मुख्य भाषण दिया। उन्होंने बताया कि अल्ट्रा-फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी कैसे ईवी को आम जनता के बीच लाने में अहम भूमिका निभा सकती है।
इसके बाद आयोजित पैनल चर्चा "भारत का मोबिलिटी परिवर्तन: वैश्विक दृष्टिकोण और सतत EV इकोसिस्टम के लिए रणनीतिक समाधान" में विशेषज्ञों ने बताया कि भारत को इनोवेशन, सहयोग और समावेशी नीति के जरिए EV अपनाने की दिशा में कैसे आगे बढ़ना चाहिए।
डॉ. अनीता गुप्ता (वैज्ञानिक ‘G’, सलाहकार – विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग) ने कहा,"आज भारत ऐसे मोड़ पर है जहां विज्ञान, नवाचार और सततता को केवल नीति दस्तावेज़ों तक सीमित नहीं रखना, बल्कि ज़मीनी स्तर तक पहुँचाना ज़रूरी है।"
पद्मश्री डॉ. अशोक झुनझुनवाला (पूर्व सलाहकार, विद्युत मंत्रालय, प्रोफेसर – IIT मद्रास) ने कहा,"सिर्फ पेट्रोल को बिजली से बदलना समाधान नहीं है, हमें एक ऐसा इकोसिस्टम बनाना होगा जो वाकई में हरित ऊर्जा पर आधारित हो और ऊर्जा बर्बादी को जड़ से खत्म करे।"
दिन के प्रमुख आकर्षणों में Frost & Sullivan की रिपोर्ट “Transformative Trends in the Indian Electric Vehicle Market – 2025 & Beyond” का विमोचन रहा, जिसे प्रज्योत एन साठे, रिसर्च डायरेक्टर ने प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा,
"2030 तक भारत का ईवी मार्केट 7 लाख यूनिट्स की वार्षिक बिक्री के आंकड़े को छू सकता है। लेकिन असली चुनौती है – लोकल सप्लाई चेन मजबूत करना, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाना और बैटरी इनोवेशन को तेज करना।"
पहले दिन की कुछ अन्य प्रमुख सत्रों में शामिल थे:
- EV उपभोक्ता व्यवहार: ड्राइवर, चुनौतियाँ और बदलते रुझान
- तकनीकी इनोवेश: EV टेक्नोलॉजी में उभरते बदलाव
- यूज़र-सेंट्रिक डिजाइन और ऑटोनॉमस मोबिलिटी पर चर्चाएं
समापन से पहले दो महत्वपूर्ण पैनल आयोजित किए गए:
- EV चार्जिंग का विकास: ऊर्जा, रियल एस्टेट और मोबिलिटी पर प्रभाव
- भारत के हरित भविष्य में इलेक्ट्रिक कमर्शियल वाहनों की भूमिका
Entrepreneur India EV 2025 का पहला दिन ईवी इकोसिस्टम में नीति, तकनीक और इनोवेशन के बीच सहयोग को नई दिशा देता नजर आया — जिससे भारत के इलेक्ट्रिक ट्रांजिशन की रफ्तार और भी तेज हो सकेगी।