
Entrepreneur India EV 2025 सम्मेलन का दूसरा दिन ऊर्जा से भरपूर रहा, जहां देश के बड़े ईवी लीडर्स, स्टार्टअप्स और फाइनेंस एक्सपर्ट्स ने एक साथ मिलकर भारत की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को अगले स्तर पर ले जाने की बात की।
दिन की शुरुआत स्विच मोबिलिटी के ग्लोबल सीईओ महेश बाबू के प्रेरणादायक कीनोट से हुई, जिसका विषय था – "2 से 20 मिलियन तक: भारत की ईवी यात्रा"। उन्होंने कहा,"भारत अब बदलाव को अपना नहीं रहा, बल्कि उसे लीड कर रहा है। लेकिन अगले मुकाम तक पहुंचने के लिए सिर्फ पैसा नहीं, बल्कि इरादा, साझेदारी और साहसिक कदम भी जरूरी हैं।"
फ्रैंचाइज़ इंडिया की सीईओ अशिता मार्या ने कहा, "अब भारत ईवी रेस में पीछे नहीं है, बल्कि नेतृत्व कर रहा है। EV 2025 सिर्फ एक इवेंट नहीं, बल्कि भविष्य के विज़न की झलक है, जहां स्केलेबल और सस्टेनेबल सॉल्यूशंस का निर्माण हो रहा है।"
इसके बाद पैनल चर्चा हुई: "EV फंडिंग का भविष्य: फाइनेंस, टेक्नोलॉजी और इम्पैक्ट का मेल" इस पैनल को ओस्टारा एडवाइजर्स(Ostara Advisors) की सीईओ वसुधा मधवन ने मॉडरेट किया और इसमें कई दिग्गजों ने भाग लिया जैसे: कुनाल मुंद्रा (CEO, Astranova Mobility), नंदगोपाल आर (प्रेसिडेंट, ग्रीन फाइनेंस, श्रीराम फाइनेंस),आकांक्षा शर्मा (AVP, ग्रीन फाइनेंस, नामदेव फिनवेस्ट),नेहल गुप्ता (MD, AMU Leasing),देव अरोड़ा (CEO, Alt Mobility)
वसुधा मधवन ने कहा,"अब इनोवेशन को सफल बनाने के लिए सिर्फ आइडिया नहीं, बल्कि कैपिटल का सही उपयोग और भरोसे की जरूरत है।"
आकांक्षा शर्मा ने कहा,"फाइनेंशियल इंक्लूजन सिर्फ डॉक्युमेंट्स से नहीं होता, हमें इरादे को फंड करना होगा, तभी असली बदलाव आएगा।"
नेहल गुप्ता ने कहा,"कैपिटल हमारे लिए कच्चा माल है, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती है इसे पाना। हमें मॉडल और मिशन में विश्वास जगाना होगा।"
इसके बाद एक और अहम पैनल हुआ, विषय था: "बैटरी मैन्युफैक्चरिंग में बदलाव: नई केमिस्ट्री, AI और नियमों की भूमिका"
इस पैनल को IIT बॉम्बे के प्रोफेसर अमर्त्य मुखोपाध्याय ने मॉडरेट किया और इसमें शामिल थे: कविता वर्मा (CEO, Maxwell Energy Systems),प्रमोद नंजुंडास्वामी (VP, Cyient),गुरु पंघवन (CEO, Boson Cell)
गुरु पंघवन ने बताया,"हमने बैटरियों को रीसायकल करना शुरू किया था, अब हम खुद सस्ते लिथियम-आयन सेल बना रहे हैं, जो चीन से भी सस्ते पड़ सकते हैं।"
दूसरे दिन के समापन पर Entrepreneur India EV 2025 ने यह साफ कर दिया कि भारत इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। यह केवल एक कॉन्फ्रेंस नहीं, बल्कि नए विचारों, निवेश और नीति के मेल से तैयार हो रही एक नई ईवी क्रांति का मंच है।