
टाटा मोटर्स लिमिटेड और थंडरप्लस सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड ने भारत के टियर-2, टियर-3 शहरों और ग्रामीण इलाकों में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) को बढ़ावा देने के लिए रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है। यह सहयोग चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी को दूर करने पर केंद्रित है।
इस समझौते के तहत, थंडरप्लस के देशभर में मौजूद 250 से अधिक चार्जिंग हब्स को 3.3 किलोवाट चार्ज पॉइंट्स से अपग्रेड किया जाएगा, जिससे टाटा ऐस ईवी प्रो उपयोगकर्ताओं को “चार्ज + पार्क” सुविधा मिलेगी। इसके अलावा, थंडरप्लस 30 kW GB/T चार्जर भी स्थापित करेगा, जो टाटा मोटर्स के अन्य ईवी मॉडल्स—Ace 1000 EV, Ace Pro और Express-T—का समर्थन करेंगे।
ग्राहक टाटा मोटर्स के Fleet Edge ऐप के जरिए नजदीकी थंडरप्लस चार्जर लोकेट कर सकेंगे और रियल-टाइम उपलब्धता व रूट गाइडेंस पा सकेंगे। थंडरप्लस ने साथ ही ₹9,999 कीमत का कॉम्पैक्ट एसी चार्जर भी लॉन्च किया है, जो 2W, 3W और 4W वाहनों को सपोर्ट करता है। इसे घरों, गोदामों, डेयरी पार्लर और सामुदायिक स्थलों पर लगाया जा सकेगा, जिससे ये जगहें माइक्रो-चार्जिंग हब्स में बदल जाएंगी।
यह पहल थंडरप्लस के “चार्जर लगाओ पैसा कमाओ” कैंपेन से जुड़ी है, जिसके तहत चार्जर मालिक अपने यूनिट को थंडरप्लस ऐप पर पब्लिक उपयोग के लिए सूचीबद्ध कर पैसिव इनकम कमा सकते हैं।
थंडरप्लस सॉल्यूशंस प्रा. लि. के सीईओ राजीव वाईएसआर ने कहा, “यह साझेदारी भारत के टियर-2 और टियर-3 शहरों में हमारी पैठ मजबूत करने और भारत के ईवी इकोसिस्टम को गति देने की रणनीति के अनुरूप है। हमारा अभियान ‘चार्जर लगाओ पैसा कमाओ’ आम लोगों को अपने दैनिक स्थलों को चार्जिंग प्वाइंट में बदलने और आय अर्जित करने का अवसर देता है।”
वहीं, टाटा मोटर्स के वाइस प्रेसिडेंट और बिजनेस हेड (कमर्शियल व्हीकल्स) पिनाकी हलदार ने कहा, “ग्राहकों का भरोसा ईवी अपनाने की कुंजी है। यह साझेदारी चार्जिंग नेटवर्क को मजबूत बनाने और उद्यमियों व परिवहनकर्ताओं को लाभदायक, शून्य-उत्सर्जन लॉजिस्टिक्स उपलब्ध कराने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।”
यह सहयोग मेट्रो शहरों से आगे बढ़कर भारत के छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों तक एक समावेशी ईवी चार्जिंग इकोसिस्टम बनाने की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।