
भारत की इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माता कंपनी काइनेटिक ग्रीन और इटली की मशहूर लक्ज़री ब्रांड टोनीनो लैम्बॉर्गिनी ने मिलकर एक खास लक्ज़री इलेक्ट्रिक गोल्फ और लाइफस्टाइल कार्ट्स की सीरीज़ लॉन्च की है। दिल्ली के एरोसिटी में हुए इस भव्य कार्यक्रम में इन कार्ट्स का पहली बार ग्लोबल अनावरण किया गया।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, और उनके साथ इटली के भारत में राजदूत डॉ. एंटोनियो बार्टोली(H.E. Dr. Antonio Bartoli) भी मौजूद थे। इस ऐतिहासिक अवसर पर कई सरकारी अधिकारी, उद्योगपति, होटल इंडस्ट्री से जुड़े लोग, गोल्फ प्रेमी और देश-विदेश के पत्रकार शामिल हुए।
इन लक्ज़री कार्ट्स को इटली में डिज़ाइन किया गया है और भारत में मैन्युफैक्चर किया जाएगा। यह साझेदारी दो देशों के बीच डिजाइन और इंजीनियरिंग के मेल का प्रतीक है। ये कार्ट्स टोनीनो लैम्बॉर्गिनी ब्रांड नाम से वैश्विक बाजार में बेचे जाएंगे और इनमें प्रतिष्ठित रेड शील्ड और बुल लोगो होगा।
ये इलेक्ट्रिक कार्ट्स 2, 4, 6 और 8 सीटों वाले वेरिएंट्स में मिलेंगी और इनका उपयोग सिर्फ गोल्फ कोर्स तक सीमित नहीं रहेगा। इनका उपयोग लक्ज़री होटलों, रिसॉर्ट्स, गेटेड कम्युनिटीज़, एयरपोर्ट्स और कॉरपोरेट कैम्पस जैसे स्थानों पर भी होगा। दो रेंज में उपलब्ध – जेनेसिस (क्लासिक डिज़ाइन) और प्रेस्टीज (फ्यूचरिस्टिक लुक) – ये कार्ट्स हर ज़रूरत को ध्यान में रखकर तैयार की गई हैं।
इन कार्ट्स में कई एडवांस फीचर्स शामिल हैं जैसे स्मार्ट TFT डैशबोर्ड, जीपीएस ट्रैकिंग, वायरलेस मोबाइल चार्जिंग, हिल होल्ड असिस्ट और इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक। ये कार्ट्स 150 किमी तक की रेंज देती हैं और इनमें वायरलेस बैटरी चार्जिंग सिस्टम भी मौजूद है। 5 साल की वारंटी के साथ ये उत्पाद टिकाऊ और आरामदायक हैं।
काइनेटिक ग्रीन(Kinetic Green) की फाउंडर और सीईओ डॉ. सुलज्जा फिरोदिया मोटवानी ने कहा,"हमारा सपना है कि भारत में बनी ये लक्ज़री इलेक्ट्रिक कार्ट्स पूरी दुनिया में चलें। टोनीनो लैम्बॉर्गिनी के साथ यह साझेदारी सिर्फ व्यापार नहीं, बल्कि लक्ज़री मोबिलिटी को एक नई पहचान देने की दिशा में बड़ा कदम है।"
टोनीनो लैम्बॉर्गिनी(Tonino Lamborghini) के वाइस प्रेसिडेंट फेरुचियो लैम्बॉर्गिनी (Ferruccio Lamborghini) ने कहा,"ये सिर्फ वाहन नहीं हैं, बल्कि एक स्टाइल और लग्ज़री का प्रतीक हैं। भारत को हमने मैन्युफैक्चरिंग बेस के रूप में चुना है, क्योंकि यहां विकास की अपार संभावनाएं हैं।"
कंपनी ने पुणे के पास अपने प्लांट में निर्माण शुरू कर दिया है और मुंबई के न्हावा शेवा पोर्ट से ग्लोबल शिपमेंट की योजना है। पहले चरण में ये कार्ट्स भारत, यूएई, मालदीव, सऊदी अरब जैसे देशों में भेजी जाएंगी। इसके बाद कंपनी न्यूज़ीलैंड, श्रीलंका, थाईलैंड और इंडोनेशिया समेत 30 देशों में अपनी उपस्थिति बढ़ाएगी।
कंपनी का लक्ष्य है कि अगले पांच वर्षों में 300 मिलियन डॉलर का रेवेन्यू हासिल किया जाए और 2030 तक 1 बिलियन डॉलर की ईवी कंपनी बना जाए। इस साझेदारी के माध्यम से भारत में बने लक्ज़री ईवी प्रोडक्ट्स दुनिया भर में एक नया मुकाम हासिल करेंगे।