
ईवी चार्जिंग समाधान प्रदान करने वाली कंपनी ईवर्टा (EVERTA) ने भारत में अपने डीसी चार्जर निर्माण संचालन शुरू करने की घोषणा की है। कंपनी ने बेंगलुरु में एक उत्पादन इकाई स्थापित की है, जो इस साल की तीसरी तिमाही से चालू हो जाएगी।
ईवर्टा का लक्ष्य है कि 2027 तक सालाना 3,000 डीसी चार्जर का उत्पादन किया जाए और 2030 तक भारत के डीसी चार्जिंग बाजार में 15% हिस्सेदारी हासिल की जाए। यह मैन्युफैक्चरिंग यूनिट 60kW से लेकर 320kW और उससे अधिक पावर रेटिंग वाले डीसी चार्जर बनाएगी, जो थ्री-व्हीलर, पैसेंजर कार, बस और ट्रक जैसे विभिन्न इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए उपयुक्त होंगे।
कंपनी ने जानकारी दी कि शुरूआती चरण में 50% से अधिक घरेलू मूल्य संवर्धन (Value Addition) हासिल किया जाएगा, जिसे भविष्य में पूरी तरह स्थानीयकरण (Localization) की दिशा में ले जाया जाएगा।
ईवर्टा का यह कदम भारत सरकार की 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' योजनाओं के अनुरूप है। कंपनी इस परियोजना के जरिए 400 से 450 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी सृजित करेगी।
ईवर्टा ने स्टारचार्ज (StarCharge) के साथ एक टेक्नोलॉजी लाइसेंसिंग समझौता किया है, जिसके तहत कंपनी भारत में डीसी फास्ट चार्जर का निर्माण और सर्विसिंग करेगी। स्टारचार्ज ने अब तक 60 देशों में 20 लाख से अधिक चार्जिंग यूनिट्स तैनात की हैं।
कंपनी के मुताबिक, 15% बाजार हिस्सेदारी हासिल करने का लक्ष्य 4 मिलियन इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का समर्थन करेगा और इससे भारत के 30% ईवी बिक्री लक्ष्य को भी बल मिलेगा। ईवर्टा चार्ज पॉइंट ऑपरेटर्स, फ्लीट कंपनियों और अन्य व्यवसायों के साथ साझेदारी कर चार्जिंग नेटवर्क का विस्तार करेगी।
ईवर्टा के मैनेजिंग डायरेक्टर बेनी परिहार ने कहा कि कंपनी का ध्यान भारत की परिस्थितियों और ग्राहकों की जरूरतों के अनुसार चार्जिंग समाधान विकसित करने पर है। वहीं, सीईओ मानसवी शर्मा ने बताया कि कंपनी का मुख्य ध्यान सर्विस, अपटाइम और कस्टमर सपोर्ट पर रहेगा।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है, और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास इस बदलाव का एक अहम हिस्सा है। ईवर्टा का प्रवेश ऐसे समय में हुआ है जब देश को बढ़ती ईवी मांग के अनुरूप पर्याप्त चार्जिंग सुविधाओं की आवश्यकता है।