
भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने अपने पहले इलेक्ट्रिक वाहन eVitara का उत्पादन शुरू कर दिया। यह उत्पादन कंपनी के गुजरात स्थित हंसलपुर प्लांट में हुआ, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्लैग-ऑफ किया।
eVitara को पहली बार पिछले साल भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो में पेश किया गया था। यह मारुति सुजुकी का पहला इलेक्ट्रिक वाहन है और कंपनी इस दशक के अंत तक चार बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों (BEVs) को लॉन्च करने की योजना पर काम कर रही है।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2026 तक 67,000 इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन का लक्ष्य तय किया है, जिसमें से अधिकांश यूनिट्स निर्यात के लिए होंगी। हालांकि, टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसे प्रतिद्वंद्वियों ने भारतीय ईवी मार्केट में पहले कदम रख लिया हैं और टाटा मोटर्स देश की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार निर्माता बन चुकी है।
वैश्विक स्तर पर जहां कई ऑटोमोबाइल कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग धीमी होने, ऊंची कीमतों और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के चलते अपने ईवी प्लान्स पर पुनर्विचार कर रही हैं, वहीं भारत में प्रतिस्पर्धा और ज्यादा तेज होने वाली है। लगभग सभी प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियां आने वाले समय में मास-मार्केट ईवी मॉडल्स लॉन्च करने और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने पर काम कर रही हैं।
मारुति सुजुकी ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि eVitara के उत्पादन के पहले साल में ही कंपनी का लक्ष्य भारत की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार निर्माता बनने का है। हालांकि, कंपनी केवल इलेक्ट्रिक वाहनों पर ही निर्भर नहीं है, बल्कि मल्टी-फ्यूल रणनीति पर काम कर रही है, जिसमें बैटरी इलेक्ट्रिक, हाइब्रिड, सीएनजी और फ्लेक्स-फ्यूल वाहन शामिल हैं।
FY2031 तक कंपनी की पावरट्रेन मिक्स में 35% योगदान सीएनजी और बायोगैस आधारित सीएनजी मॉडलों का होगा। वहीं 25% पारंपरिक आईसीई इंजन और 25% हाइब्रिड मॉडल्स होंगे।
मारुति सुजुकी की पैरेंट कंपनी सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन भारत को अपने ग्लोबल ईवी प्रोडक्शन हब के रूप में विकसित कर रही है। वित्त वर्ष 2024 में भारत, सुजुकी का सबसे बड़ा बाजार रहा है, जिसने कंपनी के कुल उत्पादन में 61% और वैश्विक बिक्री में 57% योगदान दिया।
गुजरात का हंसलपुर प्लांट, जिसकी वार्षिक क्षमता 7.5 लाख यूनिट्स की है, हाल ही में सुजुकी मोटर कॉर्प से मारुति सुजुकी को ट्रांसफर किया गया। वर्तमान में मारुति सुजुकी के पास हरियाणा (गुड़गांव और मानेसर) और गुजरात (हंसलपुर) मिलाकर कुल 2.35 मिलियन यूनिट्स का उत्पादन क्षमता है।
कंपनी ने दशक के अंत तक उत्पादन क्षमता को 4 मिलियन यूनिट्स तक दोगुना करने की योजना भी बनाई है। हाल ही में हरियाणा के खरखोदा में मारुति सुजुकी ने अपने नए ग्रीनफील्ड प्लांट में उत्पादन शुरू किया है, जिसकी शुरुआती क्षमता 2.5 लाख यूनिट्स है। इसके अलावा गुजरात में भी एक नया ग्रीनफील्ड प्लांट लाने की योजना है।