
टाटा टेक्नोलॉजीज ने WATTSync नामक डिजिटल बैटरी पासपोर्ट समाधान लॉन्च किया, जो बैटरियों की पूरी लाइफसाइकल—खनन से लेकर रीसाइक्लिंग तक—का ट्रैक रखने में सक्षम है। यह प्लेटफ़ॉर्म बैटरी निर्माताओं, ऑटोमोटिव OEMs और रीसाइक्लिंग कंपनियों को लक्षित करता है।
यह समाधान सप्लाई चेन में बैटरी से जुड़े डेटा को कैप्चर और वैलिडेट करता है, जिसमें सामग्री, परफॉर्मेंस मीट्रिक्स, कार्बन फुटप्रिंट और रिकवरी स्टेटस जैसी जानकारी शामिल होती है। WATTSync स्वचालित अनुपालन रिपोर्टिंग उपलब्ध कराता है और सप्लायर्स, ऑडिटर्स व रेगुलेटर्स के लिए रोल-बेस्ड एक्सेस प्रदान करता है।
इसकी लॉन्चिंग का समय खास है क्योंकि फरवरी 2027 से यूरोपीय संघ में बिकने वाली इलेक्ट्रिक और इंडस्ट्रियल बैटरियों के लिए डिजिटल बैटरी पासपोर्ट अनिवार्य हो जाएगा। भारत भी बैटरी पासपोर्ट सिस्टम लागू करने की योजना बना रहा है ताकि सुरक्षा, ट्रैसेबिलिटी और निर्यात क्षमता को बढ़ाया जा सके।
वाटसिंक (WATTSync) मौजूदा PLM, MES, ERP और क्लाउड डेटा प्लेटफॉर्म्स के साथ इंटीग्रेट होकर हर बैटरी के लिए डिजिटल थ्रेड तैयार करता है। इसमें AI आधारित बैटरी हेल्थ मॉनिटरिंग और अनियमितताओं की पहचान की सुविधा है, जबकि ब्लॉकचेन तकनीक डेटा की विश्वसनीयता सुनिश्चित करती है।
यह क्लाउड-आधारित प्लेटफ़ॉर्म आसानी से विभिन्न क्षेत्रों में स्केल किया जा सकता है और सर्कुलर इकॉनमी को बढ़ावा देने के साथ बैटरियों के सेकंड-लाइफ एप्लिकेशन और रीसाइक्लिंग में भी मदद करेगा। साथ ही यह सप्लाई चेन रिस्क कम करने के लिए वेरिफाइड सोर्सिंग और टैम्पर-प्रूफ डेटा रिकॉर्ड उपलब्ध कराएगा।
कुछ ऑटोमोबाइल निर्माता पहले से ही बैटरी पासपोर्ट सिस्टम को स्वेच्छा से अपनाना शुरू कर चुके हैं। शुरुआती उपयोगकर्ताओं ने बताया है कि इस तरह की पारदर्शिता से मार्केट में विश्वास बढ़ता है और इलेक्ट्रिक वाहनों के रीसेल वैल्यू में भी सुधार हो सकता है।
टाटा टेक्नोलॉजीज, जो एक वैश्विक प्रोडक्ट इंजीनियरिंग और डिजिटल सर्विसेज कंपनी है, वाटसिंक (WATTSync) को अपने मोबिलिटी और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर केंद्रित पोर्टफोलियो का हिस्सा मान रही है।