
केपी ग्रुप और डेल्टा इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने भारत की हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए तीन अहम समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए हैं। सूरत आधारित केपी ग्रुप और पावर एवं एनर्जी मैनेजमेंट में अग्रणी डेल्टा इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के बीच हुए इन समझौतों का उद्देश्य बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS), ग्रीन हाइड्रोजन और ईवी चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर, तथा सोलर पीवी इन्वर्टर जैसी तकनीकों के माध्यम से भारत के डीकार्बोनाइजेशन मिशन को सपोर्ट देना है।
पहले समझौते के तहत, केपी ग्रुप BESS प्रोजेक्ट्स की योजना, विकास और साइट इंटीग्रेशन का जिम्मा संभालेगा, जबकि डेल्टा पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, एनर्जी मैनेजमेंट सिस्टम, स्मार्ट मॉनिटरिंग और रिमोट डायग्नोस्टिक्स जैसी तकनीकों की सप्लाई करेगी। इसका मकसद बड़े पैमाने पर स्केलेबल और स्मार्ट एनर्जी स्टोरेज सिस्टम तैयार करना है जो भविष्य की जरूरतों के अनुरूप हों।
दूसरा समझौता ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन और ईवी चार्जिंग हब्स के संयुक्त विकास से जुड़ा है। इसमें केपी ग्रुप रिन्यूएबल एनर्जी पर आधारित ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट विकसित करेगा और डेल्टा इलेक्ट्रॉनिक्स हाइड्रोजन कम्प्रेशन, डिस्ट्रीब्यूशन और ईवी चार्जिंग से जुड़ी जरूरी तकनीकें मुहैया कराएगा। दोनों कंपनियां स्टेशन संचालन के लिए स्किल डेवलपमेंट पर भी मिलकर कार्य करेंगी।
तीसरे समझौते के अंतर्गत, डेल्टा इलेक्ट्रॉनिक्स अगले एक वर्ष में केपी ग्रुप को 1 गीगावाट की क्षमता वाले ग्रिड-कनेक्टेड सोलर इन्वर्टर की सप्लाई करेगी। ये इन्वर्टर उन्नत तकनीकों से लैस होंगे और सोलर एवं हाइब्रिड दोनों सिस्टम के अनुकूल रहेंगे। केपी ग्रुप अब तक 5.75 गीगावाट से अधिक रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स विकसित कर चुका है और डेल्टा की वैश्विक विशेषज्ञता के साथ यह साझेदारी भारत में स्वच्छ ऊर्जा और टिकाऊ विकास को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का काम करेगी।