
भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता काइनेटिक ग्रीन ने अगले 18 महीनों में तीन नए इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च करने की योजना की घोषणा की है। यह घोषणा 11 जुलाई 2025 को की गई, जिसमें कंपनी ने बताया कि इस विस्तार की प्रेरणा उन्हें उनके सफल ई-लूना मॉडल से मिली है।
कंपनी का पहला नया मॉडल एक फैमिली स्कूटर होगा, जिसे 2025 के फेस्टिव सीजन से पहले बाजार में उतारा जाएगा। इसमें TFT डिस्प्ले, IoT फीचर्स, और जियो थिंग्स के साथ मिलकर तैयार किया गया एक डिजिटल प्लेटफॉर्म होगा। स्कूटर को विभिन्न बैटरी वैरिएंट्स और फास्ट चार्जिंग तकनीक के साथ पेश किया जाएगा, ताकि विभिन्न उपभोक्ताओं की जरूरतों और बजट के अनुसार विकल्प मिल सकें।
भविष्य के मॉडलों के लिए, काइनेटिक ग्रीन ने इटली की ऑटोमोबाइल डिजाइन फर्म टोरिनो डिजाइन के साथ साझेदारी की है। कंपनी इन्हें "बॉर्न इलेक्ट्रिक डिजाइन फिलॉसफी" पर आधारित अल्ट्रा-फ्यूचरिस्टिक स्कूटर बता रही है, जिन्हें अगले साल बाजार में लाने की योजना है।
काइनेटिक ग्रीन की संस्थापक और सीईओ डॉ. सुलज्जा फिरोदिया मोटवानी ने बताया कि कंपनी अब तक 80,000 से अधिक इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बेच चुकी है और देशभर में 400 डीलर्स का नेटवर्क बना चुकी है। कंपनी "थॉटफुल इंजीनियरिंग" पर काम करती है, जिसमें डिजाइन, कनेक्टिविटी और सेफ्टी को प्रमुखता दी जाती है।
काइनेटिक ग्रीन ने 2016 में इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर से शुरुआत की थी और 2022 में टू-व्हीलर सेगमेंट में प्रवेश किया। कंपनी का ई-लूना मॉडल 2024 में लॉन्च हुआ, जो शहरी और ग्रामीण इलाकों में पर्सनल और कमर्शियल दोनों उपयोगों के लिए लोकप्रिय हो चुका है। कंपनी का मानना है कि आने वाले 5 वर्षों में भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर की पैठ 15% से बढ़कर 70% तक पहुंच सकती है और यह बाजार 2030 तक 40,000 करोड़ रुपये का हो सकता है।
काइनेटिक ग्रीन की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट पुणे, महाराष्ट्र के पास स्थित है। कंपनी ने हाल ही में यूके स्थित ग्रेटर पैसिफिक कैपिटल से सीरीज A फंडिंग में $25 मिलियन जुटाए हैं और अब अतिरिक्त $30 मिलियन की फंडिंग की तलाश में है। इसके अलावा, कंपनी की टोनीनो लैम्बॉर्गिनी के साथ इलेक्ट्रिक गोल्फ कार्ट्स और लाइफस्टाइल कार्ट्स के लिए एक अंतरराष्ट्रीय संयुक्त उद्यम भी है।