
एक्साइड इंडस्ट्रीज (Exide Industries) लिथियम-आयन सेल मैन्युफैक्चरिंग के लिए बेंगलुरु में एक गीगाफैक्ट्री स्थापित कर रही है। कंपनी इस प्रोजेक्ट के तहत दो प्रमुख दोपहिया वाहन निर्माताओं और कई तीनपहिया वाहन कंपनियों से साझेदारी के अंतिम चरण में बातचीत कर रही है।
एक्साइड इंडस्ट्रीज के एमडी और सीईओ अविक रॉय ने हाल ही में निवेशकों को जानकारी देते हुए बताया,“हम दो प्रमुख दोपहिया ओईएम के साथ सिलेंड्रिकल सेल्स की सप्लाई को लेकर बातचीत के अंतिम चरण में हैं। इसी तरह, तीनपहिया सेगमेंट में हम एलएफपी (LFP) सेल्स को लेकर उन्नत स्तर की बातचीत कर रहे हैं।”
एक्साइड (Exide) की सब्सिडियरी Exide Energy Solutions Ltd (EESL) के तहत यह गीगाफैक्ट्री बेंगलुरु में बनाई जा रही है। पहले चरण में इसकी क्षमता 6 GWh होगी जिसे आगे बढ़ाकर 12 GWh किया जाएगा। कंपनी इस वित्तीय वर्ष में कमर्शियल प्रोडक्शन शुरू करने की योजना बना रही है। ट्रायल प्रोडक्शन इस कैलेंडर वर्ष में शुरू होगा और 4-5 महीने बाद सीरियल प्रोडक्शन की शुरुआत की जाएगी।
अब तक कंपनी इस प्रोजेक्ट में लगभग 1,000 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है, जबकि अप्रैल में अतिरिक्त 300 करोड़ रुपये और लगाए गए। कुल मिलाकर EESL में एक्साइड का इक्विटी निवेश 3,602 करोड़ रुपये हो चुका है।
रॉय ने बताया कि “हमने रिस्क को कम करने के लिए मल्टीपल केमिस्ट्री और फॉर्मेट अपनाए हैं। दो सिलेंड्रिकल और दो प्रिजमैटिक लाइनें होंगी – यानी दो NMC और दो LFP लाइनें।”
पहले चरण में NMC और LFP आधारित सेल्स का उत्पादन बराबर होगा, लेकिन शुरुआत सिलेंड्रिकल NMC लाइन से होगी, जो दोपहिया वाहनों के लिए है।
एक्साइड ने SVOLT Energy Technology (चीन) के साथ टेक्नोलॉजी साझेदारी की है, जिससे कंपनी लिथियम-आयन सेल्स की तकनीक और ज्ञान का उपयोग कर रही है। साथ ही हाल ही में Hyundai और Kia के साथ भी साझेदारी की गई है ताकि भारत में बनने वाली LFP बैटरियों का उपयोग उनके आगामी इलेक्ट्रिक वाहनों में किया जा सके। “हम फिलहाल ग्राहकों के साथ तीन प्रकार की एंगेजमेंट कर रहे हैं। यह देखना सुखद है कि भारत की प्रमुख दोपहिया, तीनपहिया और कुछ चारपहिया वाहन कंपनियां हमसे जुड़ना चाहती हैं, क्योंकि वे लोकल सेल्स से जुड़ी वैल्यू को समझती हैं।”
Amara Raja Batteries भी तेलंगाना में एक लिथियम-आयन सेल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बना रही है, जिसकी शुरुआत 2026 के अंत तक होने की संभावना है। उन्होंने Ather Energy और Piaggio India जैसे ओईएम्स के साथ करार किया है।
वहीं Ola Electric, Reliance Industries, Tata Group, JSW Group और GODI India जैसी कंपनियां भी इस सेगमेंट में कदम रख रही हैं और अपने-अपने गीगाफैक्ट्री स्थापित कर रही हैं।