
दिल्ली के परिवहन और स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने शुक्रवार को अपने कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने पर कहा कि सरकार इस साल के अंत तक राजधानी की सड़कों पर 4000 से अधिक इलेक्ट्रिक बसें उतारेगी। इसके साथ ही उन्होंने डायबिटीज के प्रबंधन के लिए एक योग-आधारित योजना जल्द शुरू करने की भी घोषणा की।
उन्होंने कहा, “प्रदूषण हमारी सरकार की प्राथमिकता है और सभी विभाग मिलकर इस दिशा में कार्य कर रहे हैं। परिवहन विभाग की ओर से हम पुरानी सीएनजी बसों को इलेक्ट्रिक वाहनों से बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” मंत्री ने उम्मीद जताई कि ईवी बसों की शुरुआत से खासकर भीड़भाड़ वाले इलाकों में कनेक्टिविटी और प्रदूषण नियंत्रण में बड़ा फर्क आएगा।
स्वास्थ्य क्षेत्र में उपलब्धियों का ज़िक्र करते हुए मंत्री ने बताया कि सरकार ने बुजुर्गों के लिए ‘प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY)’, ‘आयुष्मान मंदिर’ और ‘आयुष्मान कार्ड’ जैसी योजनाओं को लागू किया है। उन्होंने बताया कि अब तक करीब 2.31 लाख लोगों को स्वास्थ्य कार्ड दिए जा चुके हैं।
पूर्व सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि “आयुष्मान भारत जैसी महत्वपूर्ण योजना को अरविंद केजरीवाल की सरकार ने रोका हुआ था। हमने डोर-टू-डोर अभियान के ज़रिए लोगों को योजना से जोड़ा है।”
पंकज सिंह ने पिछली आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर केवल प्रचार करने और ज़मीन पर काम न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जल, सड़क, यमुना की सफाई, अस्पतालों की दवा आपूर्ति और परिवहन जैसे क्षेत्रों में घोटाले देखने को मिले हैं। उन्होंने बताया कि पिछले शासनकाल में केवल पांच मेडिकल सुपरिंटेंडेंट्स ही पूरे शहर के प्रमुख अस्पतालों का संचालन कर रहे थे।
डायबिटीज को आम बीमारी बताते हुए मंत्री ने कहा कि जल्द ही ‘डायबिटीज-प्लस विद योगा’ नामक एक नई योजना शुरू की जाएगी। इसके अलावा सरकार मुफ्त डायलिसिस केंद्रों को बेहतर तरीके से संचालित करने पर भी ध्यान दे रही है।