
इस विशेष बातचीत में, नितिका अहलूवालिया ने RPPL के चेयरमैन और एमडी एवं इंडियन रेसिंग फेस्टिवल (IRF) के प्रवक्ता अखिलेश रेड्डी से बात की। अखिलेश ने बताया कि कैसे सेलिब्रिटी मालिकों, इंटरनेशनल स्पॉन्सर्स और भारत के पहले मोटरस्पोर्ट्स अकादमी की शुरुआत के साथ भारत ग्लोबल मोटरस्पोर्ट्स मैप पर अपनी मज़बूत उपस्थिति दर्ज करवा रहे है। उन्होंने सिम रेसिंग, ग्रासरूट लीग्स और युवाओं के लिए सस्टेनेबिलिटी-केंद्रित फैन एंगेजमेंट की भी चर्चा की।
IRF ने नए स्पॉन्सर्स और सेलिब्रिटी टीम मालिकों की घोषणा की है। आप कैसे देखते हैं कि इनकी भागीदारी भारतीय मोटरस्पोर्ट्स के घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आकर्षण और कमर्शियल पोटेंशियल को कैसे बदल रही है?
अखिलेश रेड्डी: पिछले साल बड़े स्पॉन्सर्स और सेलिब्रिटी टीम मालिकों का आना भारतीय मोटरस्पोर्ट्स के लिए एक बड़ा मोड़ था। अब यह सिर्फ एक निच सेक्टर नहीं है, बल्कि यह एक मेनस्ट्रीम लाइफस्टाइल बन रहा है। घरेलू स्तर पर यह रेस फेस्टिवल का एंटरटेनमेंट वैल्यू बढ़ाता है, दर्शकों का विस्तार करता है, और पारंपरिक मोटरस्पोर्ट्स फैंस के बाहर भी एंगेजमेंट बढ़ाता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह दिखाता है कि भारत अब ऐसे इवेंट्स होस्ट कर सकता है जिनमें ग्लैमर, कमर्शियल वेटेज और इंटरनेशनल क्वालिटी हो। हमारे स्पॉन्सर्स इंटरनेशनल नेटवर्क और ब्रॉडकास्ट पार्टनरशिप्स लाते हैं, जिससे भारत का मोटरस्पोर्ट्स एक "उभरती ताकत" बन रहा है।
इंडियन मोटरस्पोर्ट्स अकादमी की शुरुआत एक बड़ा कदम है। यह अकादमी भारत के नए रेसिंग टैलेंट को कैसे तैयार करेगी?
अखिलेश रेड्डी: हमारी अकादमी सिर्फ थ्योरी नहीं सिखाएगी, यह पूरी तरह से प्रैक्टिकल और रियल-टाइम एक्सपीरियंस पर आधारित है। हमने व्हीकल डायनामिक्स, रेसक्राफ्ट, इंजीनियरिंग, टेलीमेट्री और स्ट्रैटेजी के लिए स्ट्रक्चर्ड प्रोग्राम बनाए हैं। स्टूडेंट्स को हमारे इन-हाउस रेसिंग टीम्स, पिट ऑपरेशंस और इवेंट मैनेजमेंट का हिस्सा बनाया जाएगा। यह भारत का पहला ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां सीखना सिर्फ क्लासरूम में नहीं, बल्कि रेस ट्रैक, गैराज और कमांड सेंटर में होगा।
भारत अब FIA-मान्यता प्राप्त स्ट्रीट रेस और इंटरनेशनल इवेंट्स आकर्षित कर रहा है। क्या कारण हैं जो भारत को लंबे समय के लिए एक मजबूत मोटरस्पोर्ट्स हब बनाते हैं?
अखिलेश रेड्डी: भारत के पक्ष में कई चीजें हैं:
- हमारा युवा, टेक-सेवी जनसंख्या जो ग्लोबल स्पोर्ट्स में दिलचस्पी रखती है।
- कई शहर ऐसे इवेंट्स होस्ट करने के लिए तैयार हैं।
- राज्य सरकारें मोटरस्पोर्ट्स के टूरिज्म और इकोनॉमिक बेनिफिट्स को समझ रही हैं।
- चेन्नई और हैदराबाद जैसे प्रोजेक्ट्स से भारत की इंफ्रास्ट्रक्चर तेजी से ग्लोबल स्टैंडर्ड्स पर आ रही है।
- IRF की ब्रॉडकास्ट क्वालिटी और डिजिटल स्टोरीटेलिंग भारत को एक भरोसेमंद मोटरस्पोर्ट्स डेस्टिनेशन बनाते हैं।
RPPL देशभर में मोटरस्पोर्ट्स को लोकप्रिय बनाने के लिए रीजनल और सिटी-बेस्ड रेसिंग लीग्स शुरू करने पर जोर दे रहा है। आप छोटे शहरों और ग्रासरूट्स टैलेंट को कैसे जोड़ रहे हैं?
अखिलेश रेड्डी: RPPL अगले 2-3 सालों में खासतौर पर छोटे शहरों में ड्राइवर अकादमियां शुरू करने की योजना बना रहा है। शुरुआत में हम एक शहर में अकादमी शुरू करेंगे और वहां से इसे देश के अन्य टियर 2 और टियर 3 शहरों में फैलाया जाएगा। इसका मकसद है टैलेंट खोजने, स्किल डेवेलप करने और मोटरस्पोर्ट्स को ज्यादा से ज्यादा लोगों की पहुंच में लाना।
सिम रेसिंग और ई-स्पोर्ट्स का मोटरस्पोर्ट्स में क्या रोल है? क्या यह भारत के टेक-सेवी युवाओं को आकर्षित करने में मदद करेगा?
अखिलेश रेड्डी: सिम रेसिंग अब वर्चुअल और रियल रेसिंग के बीच की दूरी को खत्म कर रही है। युवा घर बैठे रेसिंग की तकनीक सीख सकते हैं, इंटरनेशनल मुकाबलों में भाग ले सकते हैं और अपनी खुद की फैनबेस बना सकते हैं। यह सस्ते में मोटरस्पोर्ट्स में एंट्री का शानदार जरिया है और युवाओं को मोटरस्पोर्ट्स से जोड़ने का बेहतरीन प्लेटफॉर्म भी।
मोटरस्पोर्ट्स में फैन एंगेजमेंट बहुत जरूरी है। खासकर आज के सस्टेनेबिलिटी-फोकस्ड युवाओं को जोड़ने के लिए आप क्या खास रणनीति अपना रहे हैं?
अखिलेश रेड्डी: हम फैन एक्सपीरियंस को सस्टेनेबिलिटी से जोड़ रहे हैं। हमारी योजनाओं में शामिल हैं:
- फैन जोन जिसमें ई-मोबिलिटी एक्सिबिशन, ड्राइवर्स से लाइव Q&A, और पैडॉक टूर।
- डिजिटल स्टोरीटेलिंग – ड्राइवर डायरीज, बिहाइंड-द-सीन्स कंटेंट, और डेटा-ड्रिवन इनसाइट्स।
- शहरों में शो रन और रेसिंग डेमोंस्ट्रेशन।
आप भारत में फॉर्मूला ई या अन्य हाई-प्रोफाइल इलेक्ट्रिक रेसिंग इवेंट्स की मेजबानी के बारे में क्या सोचते हैं?
अखिलेश रेड्डी: हमारा लक्ष्य बिल्कुल स्पष्ट है। हम चाहते हैं कि भारत अगले कुछ वर्षों में फॉर्मूला ई जैसे चैंपियनशिप वीकेंड्स होस्ट करे। इसके लिए जरूरी है कि हमारे सिटी सर्किट्स इंटरनेशनल टेक्निकल और सेफ्टी मानकों को पूरा करें, साथ ही हमारी ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे चार्जिंग नेटवर्क और लॉजिस्टिक्स भी तैयार हों। हम पहले से ही स्ट्रीट सर्किट और अकादमी ट्रेनिंग पर काम कर रहे हैं। IRF इस सफर में पूरी तरह से तैयार और स्ट्रैटेजिक पार्टनर बनकर काम करेगा।
निष्कर्ष:
भारत आज मोटरस्पोर्ट्स के एक रोमांचक दौर में है, जहां इंफ्रास्ट्रक्चर, टैलेंट और इंटरनेशनल दिलचस्पी अपने चरम पर हैं। अखिलेश रेड्डी की दूरदर्शी सोच भारत को ग्लोबल मोटरस्पोर्ट्स मैप पर मजबूती से स्थापित करने की दिशा में एक मजबूत योजना प्रदान करती है। इंटरनेशनल इवेंट्स, सिटी-बेस्ड लीग्स, और मोटरस्पोर्ट्स को आम जनता की पहुंच में लाने की उनकी कोशिश भारत को ग्लोबल रेसिंग हब बनाने की ओर तेजी से ले जा रही है।