इंफॉर्मेशन टेकनोलॉजी, टेलीकॉम, रिटेल और रियल एस्टेट में अचानक तेजी आने से होटल के कमरों की मांग बढ़ गई है। अगले आने वाले पांच सालों में होटल इंडस्ट्री का विकास कंपाउड एनुअल ग्रोथ रेट 15 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है।
आज की नई पीढ़ी आलस में डूबी ज्यादा नजर आती है। वे या तो अपने वीकएंड में बेवरेज और एल्कोहल के नशे में रहते हैं या फिर जंक फूड खाते हुए बैठकर किसी वेब सीरीज को देख अपना समय बिताते हैं।
यह समझौता ज्ञापन इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाएगा, खर्च कम करेगा, और पूरे देश में 1,000 चार्जर्स लगाकर ई-मोबिलिटी को सपोर्ट देगा।
कौशल विकास और प्रशिक्षण प्रोग्राम ईवी क्षेत्र में कुशल और सक्षम कार्यबल तैयार करने के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। नेशनल मैन्युफैक्चरिंग डे पर प्रस्तुत पहलों ने इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जो न केवल उद्योग को मजबूत करेंगे, बल्कि भविष्य के स्थायी परिवहन समाधान में भी योगदान देंगे।
दक्षिण भारत में रेफेक्स ग्रीन मोबिलिटी लिमिटेड के लिए सबसे बड़ा ऑर्डर सिट्रोएन के साथ उसके सहयोग में एक बड़ी प्रगति का प्रतीक है। स्थिरता और उत्सर्जन में कटौती पर प्रकाश डालते हुए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
हिमालयन स्टार्टअप ट्रेक के 7वें संस्करण में स्टार्टअप्स को मिलेगा, 6 लाख रुपये मूल्य का नकद पुरस्कार, 50 लाख रुपये तक का अनुदान और पायलटिंग के लिए अवसर।
एक्सपोनेंट एनर्जी ने भारत की पहली 1MW रैपिड चार्जिंग तकनीक पेश की और 1.5MW चार्जिंग सिस्टम लाने की योजना बनाई है। कंपनी का यह इनोवेशन कमर्शियल ईवी क्षेत्र में चार्जिंग समय कम करने और दक्षता बढ़ाने में मदद करेगी।
सूक्ष्म और लघु उद्यमों (MSEs) से पहली छमाही में की गई खरीद 95 सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज (CPSEs) द्वारा अन्य कंपनियों से की गई कुल 48,889 करोड़ रुपये की खरीद का 38.86 प्रतिशत थी।
डेटा एनालिटिक्स और रोबोटिक्स जैसे डिजिटल उपकरण एमएसएमई को संचालन में सुधार करने में मदद करते हैं। ये उपकरण वास्तविक समय में डेटा का विश्लेषण करके उत्पादन प्रक्रिया को बेहतर बनाते हैं और निर्णय लेने में सहायता करते हैं।
रिफेक्स ग्रीन मोबिलिटी ने जेनसोल इंजीनियरिंग से 2,997 इलेक्ट्रिक वाहनों के अधिग्रहण का सौदा रद्द कर दिया। दोनों कंपनियों ने बदलती प्रतिबद्धताओं के कारण सौदे को आगे न बढ़ाने का फैसला किया।
कर्नाटक के एमएसएमई क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने कर्नाटका स्मॉल-स्केल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा आयोजित बैठक में कौशल विकास के लिए उत्कृष्टता केंद्र, राष्ट्रीय एमएसएमई बोर्ड में KASSIA का समावेश, और नए वेतन नियमों की घोषणा की।
यह सहयोग इलेक्ट्रिक वाहनों को ज्यादा सुलभ बनाने का लक्ष्य रखता है, जिससे ग्राहकों को न्यूनतम उपयोग आधारित लागत पर बैटरी किराए पर लेने की अनुमति मिलती है, जो पारंपरिक आंतरिक दहन इंजन (ICE) वाहनों की तुलना में कुल संचालन लागत को कम करता है।
सृजन कार्यक्रम तकनीकी और वित्तीय मूल्यांकन के माध्यम से रियायती दरों पर फंडिंग प्रदान करता है, जिससे उद्यमों को अपने विचारों को हकीकत में बदलने में मदद मिलती है। इसके अतिरिक्त, तकनीकी मूल्यांकन और फंडिंग प्रक्रिया को और सरल बनाने के लिए सिडबी ने TIFAC के साथ सहयोग किया है।
आईआईटी कानपुर ने ज़ाइनेटिक इलेक्ट्रिक व्हीकल्स चार्जिंग के साथ साझेदारी की, ईवी चार्जिंग समाधान में इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए, जो पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, एआई एकीकरण और प्रेडिक्टिव मेंटेनेंस पर केंद्रित है, ताकि भारत के बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहन इन्फ्रास्ट्रक्चर का समर्थन किया जा सके।