आहार का लोगों के वेलनेस की समझ में महत्व लगातार बढ़ रहा है क्योंकि इसका महत्व सामाजिक पैटर्न पर है जो अलग-अलग स्वास्थ्य स्थितियों और उनकी समस्याओं का नेतृत्व करता है।
प्राचीन समय में अपने अस्तित्व की शुरुआत में स्पा और वेलनेस सेंटर क्या थे, ये कोई नहीं जानता। लेकिन आज स्पा और वेलनेस सेंटर सामाजिक मेल-मिलाप का केंद्र बने हुए हैं।
एक्साइड एनर्जी के साथ यह रणनीतिक सहयोग भारतीय बाजार में अपने विशेष बैटरी विकास, उत्पादन, आपूर्ति और साझेदारी का विस्तार करने के लिए हुंडई मोटर और किआ के प्रयासों की शुरुआत का प्रतीक है।
ईबाइकगो के अनुसार हाइपरलोकल डिलीवरी सेगमेंट 2024 से 2029 तक लगभग 16.14 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धिदर (CAGR) से बढ़ने की उम्मीद है, जिससे 2029 तक बाजार का आकार 92.50 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो जाएगी।
आवेदकों के संख्या के आधार पर यदि किसी विषय की परीक्षा ऑफलाइन मोड में किए जाने का निर्णय लिया जाता है, तो इसके लिए स्कूलों और कॉलेजों में केंद्र बनाए जाएंगे।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास एक शोध फाउंडेशन शुरू कर रहा है, जो संस्थान के अनुसंधान और नवाचार पहलों के लिए वैश्विक बाजारों, पूंजी और वित्त पोषण तक पहुंच बनाकर अपनी वैश्विक आकांक्षाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास करेगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की अनुपालना में राज्य में औपचारिक पूर्व प्राथमिक शिक्षा आरंभ हो गई है। पांच साल के बच्चे अब विद्यालय शिक्षा विभाग द्वारा राजकीय विद्यालयों में संचालित बालवाटिका-3 में नामांकन कराएंगे।
यह प्लेटफॉर्म दुनिया भर में होने वाली व्यापार गतिविधियों की जानकारी देगा। इसमें भारत के विभिन्न देशों के साथ हुए मुक्त व्यापार समझौतों (FTA) से मिलने वाले फायदों की जानकारी भी शामिल होगी।
कुछ बैंकों द्वारा MSMEs पर कोई पूर्व भुगतान शुल्क नहीं लगाया जाता, जबकि कुछ बैंकों द्वारा ऐसा किया जाता है। अधिकांश मामलों में, पूर्व भुगतान शुल्क पूर्व भुगतान राशि का 2 प्रतिशत से 5 प्रतिशत होता है, जिसमें कर शामिल नहीं होते हैं।
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी ने एमएसएमई क्षेत्र में सरकार की 100 दिनों की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। इसका का उद्देश्य विकास को बढ़ावा देना, उद्यमशीलता को बढ़ावा देना, रोजगार के अवसर उत्पन्न करना है।
यह इंटर्नशिप छात्रों को अपने सैद्धांतिक ज्ञान को वास्तविक दुनिया में लागू करने की अनुमति देगी। इसके अलावा, यह उन्हें मोटर वाहन क्षेत्र में अपना करियर शुरू करने में भी सक्षम बनाएगा।
चार वर्षीय स्नातक डिग्री वाले उम्मीदवार अब सीधे पीएचडी कर सकते हैं और नेट के लिए उपस्थित हो सकते हैं। ऐसे उम्मीदवारों को उस विषय में उपस्थित होने की अनुमति है, जिसमें वे पीएचडी करना चाहते हैं।
काइनेटिक ग्रीन 2024 के अंत से पहले शेष 15 मिलियन डॉलर की राशि जल्द ही जुटाएगी। कंपनी इस पूंजी का उपयोग अपने ईवी पोर्टफोलियो का विस्तार करने के साथ-साथ असेंबली लाइनों और सप्लाई चेन को मजबूत करने के लिए करेगी।
डलहौजी विश्वविद्यालय, कनाडा के साथ संयुक्त डॉक्टरेट कार्यक्रम स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया है। इस कार्यक्रम को दोनों संस्थानों के विद्वानों और छात्रों के बीच गतिशील अनुसंधान सहयोग को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया जा रहा है।
भारत सरकार की नई इलेक्ट्रिक व्हीकल नीति के तहत मर्सिडीज, हुंडई, वोक्सवैगन जैसी कंपनियों ने भारत में मैन्युफैक्चरिंग में रुचि दिखाई है। इस योजना का उद्देश्य भारत को ग्लोबल ईवी मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना है।