बच्चों को इस सत्र से ही AI, मशीन लर्निंग, डाटा साइंस और रोबोटिक्स जैसे विषय पढ़ाए जाएंगे। अगर कोई स्टूडेंट कम्प्यूटर के क्षेत्र में उम्दा प्रदर्शन करना चाहता है, तो अपनी इच्छानुसार कम्प्यूटर साइंस समेत रोबोटिक्स और एआई विषय को जोड़कर भी उसके पास आगे की पढ़ाई करने का अवसर होगा।
'द इंडियन इकोनॉमीः ए रिव्यू' रिपोर्ट में कहा गया है कि उच्च शिक्षा में लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या पहले से ज्यादा हुई हैं। वर्ष 2020 में लड़कियों का सकल नामांकन अनुपात (जीईआर) 27.9 प्रतिशत है जबकि वित्त वर्ष 2010 में यह 12.7 प्रतिशत था।
वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि उत्तराखंड में कुल 415 मदरसे हैं, जिनमें से 117 वक्फ बोर्ड के अधीन आते हैं। उन्होंने कहा कि इन मदरसों में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया जा रहा है। मदरसों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं अब नबियों और पैगंबरों के साथ-साथ श्रीराम के किरदार को भी करीब से जान सकेंगे।
न्यूरॉन एनर्जी हल्के कमर्शियल वाहनों (एलसीवी) और एल5 सेगमेंट के लिए हाई परफॉर्मेंस बैटरी पैक पेश करेगी। इसकी पेशकशों में ई ट्रैक्टर और ई फोर्कलिफ्ट के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए अत्याधुनिक बैटरी पैक होंगे, जो कृषि और औद्योगिक क्षेत्रों में विद्युतीकरण की बढ़ती मांग को पूरा करेंगे।
सभी संस्थानों में गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने के लिए, यूजीसी ने कॉलेजों को धारा-2 (एफ) के तहत सूचीबद्ध करना अनिवार्य कर दिया है, जो सभी कॉलेजों में वैधानिक नियमों को लागू करने की अनुमति देता है और कॉलेजों को यूजीसी के प्रति जवाबदेह बनाता है।
दिल्ली-एनसीआर स्थित इलेक्ट्रिक मोबिलिटी स्टार्टअप पूरे भारत में अपने इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार करने के लिए ResponsAbility से जुटाएगी पूंजी।
विकसित भारत की ओर अग्रसर भारत की यात्रा में युवाओं का योगदान बढ़ाने में शिक्षा की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण हो सकती है। ऐसे में जरूरी है कि निजी स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए सरकार का सहयोग करें।
'परीक्षा पे चर्चा-2024' के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशभर के छात्रों के साथ बातचीत की और परीक्षा को लेकर उनके भय को दूर करने के लिए अलग-अलग तरह से प्रयास किए। उन्होंने टेक्नोलॉजी की ताकत को पहचानने के साथ जीवन में सकारात्मक रहने का संदेश दिया।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आईआईएम मुंबई के प्रथम दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कहा कि भारत दुनिया की सबसे विकसित अर्थव्यवस्था बन सकती है और विकसित भारत में हम दुनिया को साथ लेकर चलेंगे।
जेबीएम ऑटो ने इलेक्ट्रिक बसों को उपलब्ध कराया है। राज्य में ये बसे सार्वजनिक परिवहन के तौर पर उपयोग में लाई जाएगी। नई लॉन्च की गई जेबीएम इकोलाइफ इलेक्ट्रिक बसें, शून्य उत्सर्जन वाहन (ZEV) के रूप में, तेजी से चार्ज होने वाली लिथियम-आयन बैटरी से लैस हैं।
शिक्षा मंत्रालय ने उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण रिपोर्ट (AISHE) 2020-2021 जारी कर दिया है। इस रिपोर्ट के अनुसार बीते पांच वर्षों में देश में विश्वविद्यालयों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
इलेक्ट्रिक बसों की डिलीवरी जम्मू और श्रीनगर स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के लिए 12 साल की अवधि के लिए श्रीनगर में 100 इलेक्ट्रिक बस और जम्मू में 100 इलेक्ट्रिक बस की सप्लाई, रखरखाव और संचालन के बड़े ऑर्डर का एक हिस्सा है।
थर्ड पार्टी एग्रीगेटर्स को आउटसोर्सिंग के समग्र लाभ, लागत में कमी से लेकर उन्नत नवाचार तक, इस मॉडल को बेहतर लाभप्रदता और प्रतिस्पर्धात्मकता के लिए उत्प्रेरक के रूप में स्थापित करते हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि थर्ड पार्टी एग्रीगेटर्स किसी गेम चेंजर से कम नहीं।
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बजाज ऑटो का वित्तीय प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। कंपनी दोपहिया और तिपहिया इलेक्ट्रिक वाहन के क्षेत्र में अपनी दमदार उपस्थिति बरकरार रखने के साथ-साथ उसे और मजबूती देना चाहती है।
सीपीपी पोर्टल के माध्यम से गुणवत्ता और लागत आधारित चयन (क्यूसीबीएस) तंत्र के तहत पारदर्शी दो-चरणीय प्रक्रिया के माध्यम से बोली प्रक्रिया ऑनलाइन आयोजित की जाएगी।
ईवी पॉलिसी 2023 के तहत 100 प्रतिशत रोड टैक्स छूट के साथ राज्य में ईवी को अपनाने के लिए प्रोत्साहित की गई है। इस पॉलिसी के दायरे में दोपहिया, तिपहिया, ऑटो रिक्शा, निजी कार, परिवाहन वाहन और हल्के व्यवसायिक वाहन रहेंगे।
दुनिया में कोविड-19 के प्रकोप के कारण क्या परिवर्तन होते हैं, यह समझने के लिए नीचे दिए गए लेख को पढ़ें; हमने आपके लिए सफलता शिक्षा यात्रा के लिए अनुसरण करने के लिए कुछ सुझाव भी साझा किए हैं
शिक्षा के उद्देश्य संबंधी बहस कभी खत्म नहीं होती है। क्या हम युवाओं को शिक्षित कर तैयार करना चाहते है इस कार्यक्षेत्र में प्रवेश करने के लिए, या शिक्षा का उद्देश्य सामाजिक, अकादमिक, सांस्कृतिक और बौद्धिक विकास पर ज्यादा केन्द्रित होना चाहिए ताकि ये छात्र बढ़े होकर बेहतर कार्य करने वाले नागरिक बन सकें? कोई भी अब केवल एक ही अकादमिक उपलब्धियों से संतुष्ट नहीं हो सकता है क्योंकि ये तेजी से डिजिटल अर्थव्यवस्था में अनावश्यक या बेकार बन रहें है। राघव पोदार, चेयरमैन, पोदार वर्ल्ड स्कूल ने एजुकेशनबिज़ से प्रतिभावान लोगों को शिक्षण में लाने और स्कूल पाठ्यक्रम में आवश्यक बदलाव लाने के विषय पर बातचीत की। उन्होंने साथ ही स्कूल द्वारा ऐसे नियमों का पालन करने की बात भी साझा की जो छात्रों को सीखने का बेहतरीन अनुभव प्रदान करेगा। चलिए बात करते है उद्देश्य की राघव पोदार ने कहा, “शिक्षा का उद्देश्य है सीखना। हालांकि हमारे देश में शिक्षा की डॉमिनेंट संभ्यता और दुनिया के बहुत से देशों की शिक्षण पद्धति जांच का विषय बन गई है। जिसे बदलना बहुत आवश्यक है। वर्तमान में माता-पिता की दृष्टिकोण को बदलने की आवश्यकता है। वे इस बात को समझे कि बच्चें लर्निंग पर ज्यादा ध्यान केन्द्रित करें टेस्टिंग या स्कोर से ज्यादा।“ इस विषय पर आगे उन्होंने कहा, “टेस्ट इसलिए लिए जाते है ताकि वे बच्चें की मजबूत और कमजोरी दोनों पहलूओं की पहचान कर सकें और उसका कार्य बच्चे पर लेबल लगाने का बिल्कुल भी नहीं है। यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव को लाया जाएं न कि मार्क्स की अंधी दौड़ में उन्हें शामिल किया जाएं। “ “भारत में राष्ट्र्रीय स्तर पर पाठ्यक्रम का कंटेंट अच्छा है। हालांकि हमें वर्तमान में बीमार रटने की लर्निंग की बजाय एप्पलीकेशन पर आधारित सोच को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। ऐसा कहना है राघव पोदार का। हमारें पास गूगल की मदद से सारी जानकारी अपनी उंगलियों पर है। 21वीं सदी की दुनिया की अर्थव्यवस्था अपको इस बात पर रिवार्ड देगी कि आप कैसे प्रभावशाली ढंग से अपने पास के ज्ञान का प्रयोग करते है और न कि आप किसी विषय के बारें में कितना जानते है। हमें जिस चीज का विकास करने की आवश्यकता है वह है सोचने की प्रक्रिया। हम किसी समस्या का कितना क्रिटिकली मूल्यांकन/विश्लेषण करते है और उसे कैसे हल करते है, इस बात पर ध्यान देना आवश्यक है। केवल उत्तर भर देने से कहीं ज्यादा क्रिटिकल विश्लेषण की सोच और उस समस्या को हल करना ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। एक परफैक्ट संतुलन सभ्यता और इनोवेशन के बीच के संतुलन पर बात करते हुए उन्होंने कहा, “इनोवेश एक बज़्ज़ शब्द या चलन का शब्द बन गया है जिसके बारें में सभी बात करना चाहते है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस इनोवेशन से बच्चें को कैसे लाभ पहुंचाया जाएं। यह इनोवेशन तभी मूल्यवान या सार्थक है अगर इससे बच्चे की लर्निंग में सुधार आएं और साथ ही शिक्षक के अध्याय को डिलीवरी करने में भी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपकी सभ्यता ही आपका इनोवेशन है।“ हर रोज अपने स्कूल को चलाने में आपकी फिलॉस्फी और मूल्यों का प्रदर्शन ही सभ्यता है। सभ्यता के लिए अच्छी रणनीति चाहिए। अगर आपके पास अच्छी रणनीति है मगर आपके स्कूल की सभ्यता अच्छी नहीं है तो ऐसी रणनीति बेकार है। एक मददगार या प्रेरित करने वाली सभ्यता का निर्माण करें लर्निंग अपने आप आ जाएगी। बच्चे अपने आपका विकास कर पाएंगे। आपको सभ्यता पर फोकस करने की आवश्यकता है न कि फेंसी चलन भरे शब्दों की जिसमें वास्तविकता में कुछ भी नहीं होता है। सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को आकर्षित करना “मेरे लिए यह अब तक सबसे महत्वपूर्ण तत्व है जिसे हमें संबोधित करने की आवश्यकता है।“ ऐसा कहना है पोदार वर्ल्ड स्कूल के चेयरमैन का। उन्होंने आगे कहा, “सबसे महत्वपूर्ण चीज जो हमें सीखनी है वह है मनुष्य का आपस में जुड़ना। शिक्षक-छात्र के संबंध की ताकत उसके मूल के अंदर है। हमें इस संबंध को और मजबूत बनाने के पर ध्यान देना चाहिए। शिक्षक प्रशिक्षण बहुत महत्वपूर्ण है मगर उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण है देश के सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को शिक्षण के क्षेत्र में आकर्षित करना। हमें अपने शिक्षण समूह या समाज के सम्मान का निर्माण करने की आवश्यकता है।“
आजकल ब्रांड्स कस्टमाइजेशन का इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि इससे उस ब्रांड से जुड़ा हुआ कोई भी प्रोडक्ट याद रखने के लिए आसान होता है और कभी भी काम में आ सकता है।
ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पर ग्राहक अक्सर खरीदारी से ठीक पहले उस प्रोडक्ट का रिव्यू देखते हैं। ऐसे में अगर रिव्यू भी बिकाऊ निकला या फर्जी हुआ, तो ग्राहक ठगे जाते हैं। यह फर्जीवाड़ा रोकने के लिए उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने एक बड़ी पहल की है।
माइक्रो फ्रेंचाइज़िंग की अवधारणा कुछ भी नहीं है, लेकिन पारंपरिक फ्रेंचाइज़िंग के समान है; यह एक ऐसा मॉडल है जो ग्रामीण उद्यमियों के सशक्तिकरण को बढ़ाता है।
इस लेख में, हमने फ़्रेंचाइज़ बिजनेस के पूरे तंत्र को कवर किया है, यह कैसे काम करता है, आपको फ़्रेंचाइज़ शुरू करने की क्या आवश्यकता है, और भी बहुत कुछ। फ़्रेंचाइज़ व्यवसाय के अवसर के बारे में अधिक जानने के लिए पढ़ें।
टेरा मोटर्स के कार्यक्रम का उद्देश्य डीलरों से मिलना और नए संभावित डीलरों से जुड़ना था। आज के दौर में कई इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनीयां फ्रैंचाइज़ में भी डील कर रही है
लीड्स कनेक्ट ने कहा सरकार ने ड्रोन से फर्टिलाइजर छिड़काव की बात कही थी उस पर हम सरकार की मदद कर रहे है। हम कोशिश कर रहे हैं की किसानों के बीच जागरूकता लाई जाए कि वह किस तरह से अपने खेतों की सुरक्षा करे और अपनी फसलों को नुकसान होने से बचा सकें।
ग्लोबलडाटा के 2022 वित्तीय सेवा उपभोक्ता सर्वेक्षण अनुसार भारत वैश्विक स्तर पर मोबाइल वॉलेट अपनाने और उपयोग के मामले में सबसे ऊपर है। 90 प्रतिशत सर्वेक्षण उत्तरदाताओं ने बताया है कि उनके पास मोबाइल वॉलेट है और उन्होंने पिछले 12 महीनों में इसका उपयोग किया है।
पिछले 50 वर्षों में स्थापित हुए संस्थान आज भी सक्रिय रूप से चल रहे है और उनकी उच्च शिक्षा संस्थानों में बहुत बड़ी भूमिका रही है। वह समय के अनुसार शिक्षा में हो रहे बदलाव के साथ आगे बढ़ रहे है।
राउरकेला और ढेंकनाल के बाद ओडिशा के खोर्धा में ईवी प्लेटफाॅर्म 'बीलाइव' ने अपना तीसरा मल्टी ब्रांड एक्सपीरियंस स्टोर शुरू किया है। बीलाइव को भरोसा है कि ओडिशा के लोग पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझते हुए ईवी सेक्टर की ओर आगे बढ़ेंगे।
टीएआईएसआई और ड्रीमटाइम लर्निंग के बीच हाल ही में साझेदारी हुई। इसके साथ ही लीना अशर को कंपनी में बतौर बोर्ड मेंबर भी शामिल किया गया। उम्मीद की जा रही है कि इस सहयोग से शिक्षा की दिशा में नवाचार और रचनात्मकता के जरिए सकारात्मक प्रभाव दिखेगा।