आंत्रप्रेन्योर इंडिया के एडटेक एक्स इंडियन एजुकेशन कांग्रेस 2024 में शिक्षा क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रहे संस्थानों को अलग-अलग कैटेगरी के पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। आइए, जानें किन्हें क्या मिला?
जेएसडब्ल्यू ग्रुप ने ईवी बैटरी मैन्युफैक्चरिंग परियोजना स्थापित करने के लिए ओडिशा सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। निवेश का उपयोग दो अलग-अलग चरणों में किया जाएगा।
बिहार इलेक्ट्रिक वाहन नीति-2023 के तहत दोपहिया, तिपहिया, चार पहिया वाहन, हल्के-भारी इलेक्ट्रिक मोटर वाहनों की खरीद पर टैक्स में 50 से 75 प्रतिशत छूट दी जाएगी।
इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट ने भारत द्वारा खाद्य सुरक्षा प्राप्त करने में अतुलनीय योगदान किया है। इस संस्थान ने न केवल कृषि से जुड़े अनुसंधान एवं विकास कार्यों को दक्षतापूर्वक पूरा किया है बल्कि यह भी सुनिश्चित किया है कि ऐसी जानकारी प्रयोगशाला के बाहर धरातल पर जाकर मूर्त रूप ले सके।
हमारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का लक्ष्य शिक्षा को समग्र, लचीला, मॉड्यूलर, बहु-विषयक मूल्य आधारित और गुणवत्ता केंद्रित, संकाय-संचालित लेकिन छात्र केंद्रित बनाना है। एक स्थायी और भविष्योन्मुखी शिक्षा प्रणाली के निर्माण के लिए जरूरी है कि हम अपनी भावी पीढ़ियों को शिक्षित करने के तरीके का पुनर्मूल्यांकन करें और उसमें क्रांतिकारी बदलाव लाएं।
कोविड-19 महामारी के बाद, स्कूल अब बच्चों के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग करने की स्थिति में हैं। हालांकि, हम अभी भी सभी कठिनाइयों को पार करने का प्रयास कर रहे हैं ताकि हाइब्रिड तक पहुंच सकें ।
समझौते के तहत सर्वोटेक विभिन्न हवाई अड्डों और अन्य स्थानों पर एसी ईवी चार्जर का निर्माण, सप्लाई और स्थापना करेगी। अडाणी टोटल गैस का लक्ष्य 2030 तक पूरे भारत में 75,000 से अधिक ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाने का है।
जीएफसीएल ईवी ने भारत में ईवी बैटरी सप्लाई चेन के लिए निवेश की योजना बनाई है। यह निवेश प्रति वर्ष लगभग 200 गीगावाट इलेक्ट्रिक वाहन और एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (ईएसएस) बैटरी समाधान की सप्लाई को सक्षम बनाएगा।
इस वर्ष दो फरवरी तक देश में ईवी चार्जिंग स्टेशनों की संख्या 12,146 हो गई है। भारी उद्योग मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों से पता चलता है कि महाराष्ट्र ईवी चार्जिंग स्टेशन में सबसे आगे, दूसरे स्थान पर दिल्ली और तीसरे स्थान पर कर्नाटक है।
इस कार्यक्रम में कुल छह पैनल होंगे, जिनमें के-12 से लेकर हायर एजुकेशन तक शिक्षा से जुड़े लगभग हर क्षेत्र को छूने की कोशिश की जाएगी। इसमें देशभर के शिक्षा जगत से जुड़ी जानी-मानी हस्तियां शामिल होंगी, जिनमें कुछ खास अलग-अलग पैनल को संबोधित करेंगी।
ईवी मैन्युफैक्चरिंग को वित्तीय सहायता और समर्थन प्रदान करने में सरकार का समर्थन उद्यमियों को बैटरी मैनेजमेंट सेगमेंट और अन्य टेक्नोलॉजी में गहरा इनोवेशन करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। ईवी चार्जिंग इन्फ्रा में वृद्धि से युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
ओमेगा सेकी ने अगले पांच वर्षों में कुल 1 गीगावाट से अधिक की ईवी बैटरी तैनात करने की योजना बनाई है, साथ ही अगले 3-4 वर्षों में 100 मेगावाट से अधिक बैटरियों को रिसायकल करने के लिए Attero के साथ एक सामूहिक लक्ष्य भी शामिल है।
एपल दुनिया के दूसरे सबसे बड़े स्मार्टफोन बाजार- भारत में अपना रिटेल व्यवसाय बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। मुंबई में आज अपना पहला रिटेल स्टोर लॉन्च के बाद कुक गुरुवार को नई दिल्ली के साकेत में अपना दूसरा स्टोर खोलने की तैयारी में हैं।
एमिटी यूनिवर्सिटी में आयोजित 36 घंटे की नॉन-स्टॉप सॉफ्टवेयर उत्पाद विकास प्रतियोगिता, स्मार्ट इंडिया हैकथॉन (एसआईएच)-2023 के ग्रैंड फिनाले का हाल ही में समापन हुआ।
ग्रामीण हो या शहरी क्षेत्र, केंद्र सरकार ने पीएमईजीपी योजना के तहत स्वरोजगार के स्थायी अवसर पैदा करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने की एक योजना शुरू की है। योजना के अंतर्गत देश के बेरोजगार युवाओं को खुद का रोजगार शुरू करने के लिए 10 से 25 लाख रुपये तक का लोन मुहैया कराया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने 19 से 21 फरवरी तक सिंधुदुर्ग के कंकावली में एमएसएमई पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी-सह-प्रदर्शनी का उद्घाटन किया है। राष्ट्रीय संगोष्ठी के लिए जो विषय चुना गया है, वह है- 'एमएसएमई की वृद्धि और विकास के लिए गुंजाइश'।
देश के अग्रणी वेस्टर्न फैशन ब्रांड मदाम ने महामारी के बीच भी विकास दर को बाधित नहीं होने दिया। चालू वित्त वर्ष के अंत तक अपने स्टोर्स की संख्या 185 पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
पैकेज्ड फूड कैटेगरी में बिक्री में लगातार गिरावट देखी गई है, जबकि पैकेज्ड स्टेपल सेगमेंट में 2020 की तुलना में 2021 की दूसरी तिमाही में वृद्धि देखी गई है।
ATL Marathon देश भर के सभी स्कूलों के लिए खुला है, चाहे वे अटल टिंकरिंग लैब से जुड़े हों या नहीं। हम इस वर्ष बहुत बड़ी भागीदारी की उम्मीद कर रहे हैं। छात्र दिए गए किसी भी समस्या पर नवाचार कर सकते हैं या अपने रोजमर्रा के जीवन में मिलने वाली समस्या पर काम कर सकते हैं।