
भारत की पहली इलेक्ट्रिक इंटरसिटी बस ब्रांड न्यूगो, जो ग्रीनसेल मोबिलिटी द्वारा संचालित है, ने दिल्ली और लखनऊ के बीच अपनी नई इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू कर दी है। इस सेवा का किराया 999 रुपये से शुरू होता है और बस लगभग 10 घंटे में यह दूरी तय करती है। कंपनी के अनुसार, यह न्यूगो का अब तक का सबसे लंबा इलेक्ट्रिक इंटरसिटी रूट है।
न्यूगो का नेटवर्क देशभर में तेजी से फैल रहा है। फिलहाल कंपनी के पास 100 से अधिक शहरों में 300 से ज्यादा इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं, जो प्रतिदिन 500 से अधिक सेवाएं प्रदान करती हैं। इन बसों की खासियत है कि वे 250 किलोमीटर से अधिक की दूरी एक बार चार्ज में तय कर सकती हैं, भले ही ट्रैफिक में एयर कंडीशनर चल रहा हो।
यात्रा से पहले न्यूगो की हर बस की 25 से अधिक सुरक्षा जांच होती है, जिनमें मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल परीक्षण शामिल हैं। ये बसें शून्य टेलपाइप उत्सर्जन (Zero Emission) करती हैं और यात्रियों को GPS ट्रैकिंग की सुविधा मोबाइल ऐप के जरिए मिलती है। साथ ही, बसों की अधिकतम गति 80 किमी/घंटा तक सीमित रखी जाती है।
महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी न्यूगो (NueGo) ने कई उपाय किए हैं, जैसे 24x7 हेल्पलाइन, "पिंक सीट" बुकिंग विकल्प, और CCTV निगरानी। सभी ड्राइवरों के लिए यात्रा से पहले ब्रेद एनालाइजर टेस्ट भी अनिवार्य है।
ग्रीनसेल मोबिलिटी (GreenCell Mobility) के सीईओ और एमडी देवेंद्र चावला ने बताया कि यह सेवा कंपनी की भारत में सस्टेनेबल और सुरक्षित इंटरसिटी यात्रा उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता का हिस्सा है। यात्रियों के लिए प्रीमियम सीटिंग, प्रशिक्षित स्टाफ और कुछ शहरों में एयरपोर्ट स्टाइल लाउंज की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है।
यह नई सेवा न्यूगो (NueGo) के हाल ही में पूरे हुए कश्मीर से कन्याकुमारी इलेक्ट्रिक बस अभियान के बाद शुरू की गई है, जिसमें भारत के विभिन्न इलाकों में बसों के प्रदर्शन का परीक्षण किया गया था।
न्यूगो, ग्रीनसेल मोबिलिटी की उस पहल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य भारत के इंटरसिटी बस बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों को मुख्यधारा में लाना है और पारंपरिक डीजल बस सेवाओं को एक पर्यावरण-अनुकूल विकल्प प्रदान करना है।