
वियतनाम की बहुराष्ट्रीय कंपनी विनग्रुप भारत में अपने इलेक्ट्रिक वाहन (EV) ब्रांड विनफास्ट (VinFast) के जरिए तेजी से विस्तार कर रही है। कंपनी आगामी त्योहारों के सीजन से पहले अपने दो प्रमुख मॉडल VF7 और VF6 को भारतीय बाजार में लॉन्च करने की तैयारी में है, जिससे विनग्रुप का भारत में आधिकारिक प्रवेश होगा।
विनफास्ट ने भारत में 2 अरब डॉलर (लगभग ₹16,600 करोड़) के निवेश के साथ तमिलनाडु के तूतीकोरिन (Thoothukudi) में एक विशाल EV मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने की घोषणा की है। विनफास्ट एशिया के सीईओ फाम सन्ह चाऊ (Pham Sanh Chau) ने बताया, “हमने कई राज्यों का दौरा किया और विभिन्न स्थानों का निरीक्षण किया... अंत में तूतीकोरिन को चुना क्योंकि वहां लॉजिस्टिक की जबरदस्त सुविधा है – पास में ही पोर्ट और एयरपोर्ट मौजूद हैं।”
तमिलनाडु के अलावा, विनफास्ट की अन्य राज्यों से भी बातचीत चल रही है। चाऊ ने कहा, “हम तेलंगाना और आंध्र प्रदेश सरकारों से भी बात कर रहे हैं। हमारा समूह भारत को एक प्रमुख बाजार के रूप में देखता है और यहां बड़ी उपस्थिति दर्ज कराने की योजना है।”
विनफास्ट का मानना है कि भारत के टियर 2 और टियर 3 शहरों में ईवी को लेकर तेजी से मांग बढ़ रही है। कंपनी इन शहरों में ब्रांड उपस्थिति मजबूत करने और डीलरशिप नेटवर्क को बढ़ाने की योजना पर काम कर रही है।
भारत में वियतनाम के पूर्व राजदूत रह चुके चाऊ ने कहा, “भारत और वियतनाम के संबंध बहुत पुराने हैं – यह रिश्ते महात्मा गांधी और हो ची मिन्ह के समय से हैं। भारत का मौजूदा निवेश माहौल बेहद आकर्षक है और हमने महसूस किया कि यह सही समय है भारत में कदम रखने का।”
विनफास्ट पहले ही इंडोनेशिया, फिलीपींस और अमेरिका जैसे बाजारों में अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुका है। 1993 में स्थापित विनग्रुप, आज वियतनाम की सबसे बड़ी निजी कंपनियों में से एक है, जिसका दायरा उद्योग, टेक्नोलॉजी, रियल एस्टेट, हॉस्पिटैलिटी, स्वास्थ्य, शिक्षा और वैज्ञानिक शोध तक फैला है।