
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किया गया मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान (YUVA) आज राज्य के लाखों युवाओं के लिए न केवल आत्मनिर्भरता का रास्ता बना रहा है, बल्कि उन्हें सफल उद्यमी बनने की दिशा में भी प्रेरित कर रहा है। इस अभियान का मकसद है—हर युवा को न सिर्फ रोज़गार देना, बल्कि रोज़गार देने लायक बनाना।
फ्रैंचाइज़ इंडिया भारत स्टार्टअप समिट के मंच पर हमने खास बातचीत की मुख्यमंत्री युवा मिशन के राज्य नॉडल अधिकारी सर्वेश्वर शुक्ला से, जिन्होंने विस्तार से बताया कि कैसे यह अभियान युवाओं को माइक्रो एंटरप्राइज शुरू करने, उन्हें स्किल देने और वित्तीय सहायता से लेकर मार्केटिंग और मेंटरशिप तक का सपोर्ट प्रदान कर रहा है।
इस इंटरव्यू में उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और सरकारी नीतियां, जो युवाओं को न सिर्फ रास्ता दिखा रही हैं, बल्कि कदम-कदम पर उनका हैंडहोल्डिंग भी कर रही हैं।
आज का युवा अपने रोजगार और एंटरप्रेन्योरशिप को लेकर काफी आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार के 'सीएम- युवा मिशन' के तहत युवाओं को उद्यमिता की दिशा में कैसे बढ़ावा दिया जा रहा है?
सर्वेश्वर शुक्ला: युवा अब सिर्फ नौकरी नहीं, अपना बिजनेस भी शुरू करना चाहता है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान (YUVA) एक योजना नहीं, बल्कि एक अभियान है। इसका मकसद 21 से 40 वर्ष के ऐसे युवाओं को, जिनकी न्यूनतम योग्यता कक्षा-8 है और जिनके पास कोई स्किल है (या हम उन्हें स्किल भी करवा देते हैं), उन्हें माइक्रो एंटरप्राइज शुरू करवाना है ताकि वे सेल्फ-एम्प्लॉयड बन सकें।
इसमें युवाओं को 5 लाख रुपये तक का लोन बिना गारंटी और बिना ब्याज दिया जाता है, जिसका ब्याज सरकार खुद देती है। इसके साथ ही 10% मार्जिन मनी भी दी जाती है। यदि चार सालों में उनका बिजनेस ग्रो करता है, तो सेकंड फेज में 7.5 लाख रुपये तक के लोन पर 50% सब्सिडी भी दी जाती है। यानी, हम युवाओं को होलिस्टिक सपोर्ट दे रहे हैं—आर्थिक, तकनीकी और मार्गदर्शन हर तरह से।
आज के युवा के सामने ये बहुत बड़ा सवाल है कि कौन सा बिजनेस शुरू करें? ऐसे युवाओं को आप कैसे गाइड करते हैं?
सर्वेश्वर शुक्ला: पिछले 25 वर्षों में मैंने देखा है कि लोग बिजनेस शुरू तो करना चाहते हैं, लेकिन स्पष्टता नहीं होती। कई बार सामने वाले को देखकर वही बिजनेस शुरू कर देते हैं। इसे रोकने के लिए हमने msme.up.gov.in पोर्टल तैयार किया है। आप मोबाइल से लॉगिन कीजिए, हेल्प डेस्क पर क्लिक करिए। वहाँ हमारा “एंटरप्रेन्योर लॉन्च पैड” है, जिसमें 350 से अधिक बिजनेस आइडियाज के वीडियो, मशीनरी सप्लायर्स, एक्सपर्ट टॉक्स मौजूद हैं। छोटा-सा रजिस्ट्रेशन करने के बाद, हम आपसे कनेक्ट होते हैं और गाइड भी करते हैं। रजिस्ट्रेशन के बाद हम युवा को गाइड भी करते हैं। हमने हेल्पडेस्क सिस्टम बनाया है ताकि हर जरूरतमंद युवा को पूरी मदद मिल सके।
हम फ्रैंचाइज़ इंडिया के मंच पर इसलिए आए हैं ताकि ब्रांड्स हमारे साथ जुड़ें और हमारे 4 लाख रजिस्टर्ड यूजर्स को इन ब्रांड्स से जोड़ा जा सके। यह एक विन-विन सिचुएशन है—ब्रांड्स को नए एंटरप्रेन्योर मिलते हैं, और युवाओं को स्थापित ब्रांड के साथ बिजनेस शुरू करने का मौका।
कौन-कौन से बिजनेस सबसे ज़्यादा ट्रेंड कर रहे हैं?
सर्वेश्वर शुक्ला: आज का युवा मोबाइल और रील्स में समय बिताते है, लेकिन वहीं से नए इनोवेटिव आइडिया भी लाते है। हमारी जनरेशन 'Gen-G' बहुत क्रिएटिव है। उदाहरण के तौर पर, कानपुर की एक युवती ने हमारे मिशन से लाभ लेकर "Cupcake" नाम का ब्रांड शुरू किया है। वह जो केक बनाती है, देखने में चूड़ी जैसा लगता है लेकिन असल में वह एक डिजाइनर केक होता है। इस तरह के यूनिक आइडिया आज आ रहे हैं।
हम यूपी सरकार में इनोवेटिव आइडियाज को बढ़ावा देते हैं—जैसे बिजनेस ऑन व्हील्स, फूड कार्ट्स, आदि। हमारी सोच यह है कि कार्ट्स भी स्मार्ट और ट्रेंडी बने ताकि वह भी बिजनेस का आधुनिक स्वरूप बन सके।
फ्रैंचाइज़ इंडिया भारत स्टार्टअप समिट में आपकी मौजूदगी के पीछे आपका क्या उद्देश्य है?
सर्वेश्वर शुक्ला: हम यहां ब्रांड्स को आमंत्रित करने आए हैं ताकि वे हमारे पोर्टल पर रजिस्टर करें और यूपी के युवाओं से जुड़ें। हमारा लक्ष्य इस साल 1.5 लाख युवाओं को उद्यमी बनाना है। हम मैचमेकिंग प्लेटफॉर्म की तरह भी काम कर रहे हैं—जहां एक अच्छा बिजनेस आइडिया और ब्रांड एक साथ आएं और एक सफल मॉडल बनाएं।
सरकार तभी सफल होती है जब योजनाएं जमीन पर उतरें और युवा उनमें भागीदार बनें। मुख्यमंत्री युवा मिशन इसी सोच के साथ उत्तर प्रदेश के युवाओं को एक नया भविष्य देने के लिए प्रतिबद्ध है।
निष्कर्ष
इस विशेष बातचीत में मुख्यमंत्री युवा मिशन के राज्य नॉडल अधिकारी सर्वेश्वर शुक्ला ने स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं को केवल नौकरी के पीछे दौड़ने वाला नहीं, बल्कि स्वरोज़गार और उद्यमिता की राह पर चलने वाला बनाना चाहती है।
YUVA अभियान सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि एक समग्र प्रयास है—जहां युवाओं को स्किल ट्रेनिंग, बिजनेस आइडिया, फाइनेंशियल सहायता, ब्रांड कनेक्ट और मेंटरशिप जैसे सभी जरूरी पहलुओं में पूरी सहायता दी जा रही है।
सरकार का यह मिशन 'रोज़गार पाने वाले से रोज़गार देने वाला' बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।जैसे-जैसे समय बदल रहा है, बिजनेस के ट्रेंड भी बदल रहे हैं, और ऐसे में युवा पीढ़ी की क्रिएटिव सोच और डिजिटल समझ को सही दिशा देने का काम यह अभियान कर रहा है।