
फ्रैंचाइज इंडिया के भारत स्टार्टअप समिट एंड एक्सपो में हम मिले V-Mart Retail Ltd. के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर ललित अग्रवाल से जिन्होंने इंटरव्यू में फैमिली फैशन का वन-स्टॉप डेस्टिनेशन, बदलते कस्टमर ट्रेंड्स, टेक्नोलॉजी के साथ रिटेल मॉडल को अपनाना और Limeroad फ्रैंचाइज़ के बारे में बताया।
जब लोग वी-मार्ट का नाम सुनते हैं तो अक्सर सोचते हैं कि यह कोई ग्रॉसरी या फुटवियर मार्ट है। इसे दूसरों से अलग कैसे बनाया जा रहा है?
ललित अग्रवाल: वी-मार्ट का 80% बिजनेस फैशन अपेरल्स में है और कुल 90% बिजनेस फैशन से जुड़ा है। 23 साल पहले जब वी-मार्ट की शुरुआत हुई, तब पहला स्टोर भी फैशन पर ही केंद्रित था। नाम भले ही 'मार्ट' है, लेकिन ये फैशन मार्ट है।
हमारा उद्देश्य है कि एक ही छत के नीचे पूरा फैमिली वियर—चाहे वह कैजुअल हो, फॉर्मल हो, एथनिक हो, वेस्टर्न हो, किड्स या इन्फैंट वियर हो—सब कुछ मिले। इसके अलावा होम एक्सेसरीज़, होम डेकोर, किचन की ज़रूरतें, फुटवियर, बैग्स, लगेज, स्मार्ट गैजेट्स और कुछ जरूरी फूड या नॉन-फूड इम्पल्स आइटम्स भी आपको एक ही जगह मिलें।
हमारे दो और अवतार भी हैं—Unlimited जो साउथ इंडिया में है, और Limeroad.com, जो हमारा ऑनलाइन वर्टिकल है। Limeroad के नए स्टोर भी आ रहे हैं जो खासतौर पर युवा पीढ़ी के लिए हैं।
ग्राहकों की पसंद हर महीने बदलती रहती है। आप इन ट्रेंड्स को कैसे देखते हैं?
ललित अग्रवाल: मैंने अपने बचपन में अपने पिताजी की दुकान पर बैठकर टेलरिंग का काम देखा है। वहां से ट्रेंड्स को बदलते देखा है—कस्टम टेलरिंग से रेडीमेड गारमेंट्स तक, फिर रेडीमेड से बड़े स्टोर्स और ब्रांड्स तक।
आज फिजिकल रिटेल से लेकर ऑनलाइन और अब ओम्नी-रिटेल का दौर है। कस्टमर अब रोम, मिलान, पेरिस, लंदन तक का फैशन जानता है। उसे तुरंत वैसा पहनना है, वैसा दिखना है। भारत की 40% आबादी युवा है, जो तेजी से निर्णय लेती है और खुद ही डिस्कवर करती है कि कौन सा ब्रांड, कौन सा कलर, कौन सा फिट उनके लिए बेस्ट है। इसलिए हमें भी रिटेल में उसी हिसाब से खुद को बदलना होगा और उसी ग्राहक को ध्यान में रखकर काम करना होगा।
फ्रैंचाइज़ मॉडल की बात करें तो वी-मार्ट किस मॉडल पर काम करता है?
ललित अग्रवाल: आज का कस्टमर रिलेशनशिप-बेस्ड हो गया है। और फ्रैंचाइज़ मॉडल में मालिकाना हक होता है। स्टार्टअप की दुनिया में हर युवा कुछ नया करना चाहता है—कुछ इनोवेटिव, कुछ अपना। ऐसे में फ्रैंचाइज़ एक बेहतरीन अवसर बन जाता है।
हमने Limeroad के स्टोर्स को फ्रैंचाइज़ मॉडल पर रखा है। हम चाहते हैं कि यह एक ऐसा डेस्टिनेशन बने जहां युवा घूमने आएं, सेल्फी लें, सोशल मीडिया पर शेयर करें, डीजे म्यूजिक सुनें, टैटू बनवाएं, योगा करें, अपने दोस्तों को बुलाएं, और उस जगह से जुड़ाव महसूस करें।
इससे एक समुदाय से भी रिश्ता बनता है। हमारी सोच है कि युवाओं द्वारा चलाई गई फ्रैंचाइज़ ही भविष्य का रिटेल तैयार करेगी। यहां जो मेरे साथ बैठे हैं, वो मेरे बेटे हैं—24 साल के हैं और खुद जेन-ज़ी हैं। हमारा सपना है कि जेन-ज़ी ही अगली पीढ़ी के रिटेल लीडर्स बनें।
निष्कर्ष:
वी-मार्ट (V-Mart) फैशन और रिटेल में सिर्फ एक दुकान नहीं है, बल्कि छोटे शहरों तक अच्छे फैशन को पहुँचाने का एक आसान रास्ता है। ललित अग्रवाल ने बताया कि समय के साथ फैशन के ट्रेंड और ग्राहक की पसंद कैसे बदलती है, और उसी के अनुसार उन्होंने अपना बिजनेस भी बदला है।
उन्होंने यह भी बताया कि आज के युवा खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, इसलिए V-Mart और Limeroad फ्रैंचाइज़ मॉडल के ज़रिए युवाओं को अपना स्टोर चलाने और कामयाब होने का मौका देते हैं। यह तरीका न सिर्फ बिजनेस के लिए अच्छा है, बल्कि युवा वर्ग को भी खुद को साबित करने का मंच देता है।