रिलॉक्स ईवी ट्रायो किफायती, बहुपयोगी और पर्यावरण के अनुकूल डिज़ाइन का संयोजन है, जो छोटे और मध्यम व्यवसायों को अंतिम मील डिलीवरी और शहरी लॉजिस्टिक्स के लिए एक प्रभावी समाधान प्रदान करता है।
नया प्लग-एंड-प्ले ईवी चार्जर मैजेंटा मोबिलिटी के डिपो नेटवर्क में चार्जिंग प्रक्रियाओं को सरल बनाता है। यह तकनीक मैजेंटा मोबिलिटी के 18 से अधिक शहरों में मौजूद 100+ चार्जिंग डिपो पर ईवी चार्जिंग प्रक्रिया को सरल बनाने के उद्देश्य से विकसित की गई है।
होंडा एक्टिवा इलेक्ट्रिक फरवरी 2025 से भारत के तीन प्रमुख शहरों - बेंगलुरु, दिल्ली, और मुंबई में बिक्री के लिए उपलब्ध होगी। बुकिंग जनवरी 2025 में शुरू होगी। वहीं, QC1 स्कूटर को 2025 के वसंत में लॉन्च किया जाएगा।
ऑल्ट मोबिलिटी ने सीरीज A फंडिंग में $10 मिलियन (₹84 करोड़) जुटाए, जिसका नेतृत्व यूराजियो ने किया। यह फंडिंग भारत में 10,000 ईवी के अपने मौजूदा फ्लीट को बढ़ाकर 2026 तक 30,000 वाहन करने और अपने डिजिटल एसेट मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म को सशक्त बनाने के उद्देश्य से की गई है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने भारत के बढ़ते ईवी बाजार में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए XEV 9e और BE 6e इलेक्ट्रिक SUV लॉन्च की हैं। इन मॉडलों की कीमत ₹18.90 लाख से ₹21.90 लाख (एक्स-शोरूम) के बीच है।
टेरा चार्ज के सीईओ अकिहिरो यूईडीए ने कहा कि चार्जिंग तकनीक में इनोवेशन केवल नए उत्पादों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक समग्र इकोसिस्टम का हिस्सा है। हम फ्लीट, सोसाइटी, अस्पतालों और अन्य संस्थानों के साथ मिलकर समाज के लिए व्यापक समाधान तैयार करने पर काम कर रहे हैं।
गल्फ ऑयल और पियाजियो इंडिया ने अपनी साझेदारी को 2030 तक बढ़ा दिया है। इस सहयोग के तहत, दोनों कंपनियां पियाजियो के कमर्शियल वाहनों के लिए विशेष लुब्रिकेंट्स (तेल) तैयार करेंगी, जिनमें इलेक्ट्रिक और बीएस VI मॉडल भी शामिल हैं।
भारत का पहला ग्रीन हाइड्रोजन फ्यूलिंग स्टेशन लद्दाख के लेह में स्थापित। यह परियोजना 3,400 मीटर की ऊंचाई पर पूरी हुई और भारत के राष्ट्रीय हाइड्रोजन ऊर्जा मिशन के तहत हरित गतिशीलता को बढ़ावा देती है, जिससे उत्सर्जन-मुक्त परिवहन को सक्षम बनाया गया है।
एमएसएमई सेक्टर में SCBs का सकल एनपीए प्रतिशत 4.46% था, जो कुल ऋण और अग्रिमों के 2.74% से अधिक है। वित्त वर्ष 2023 में यह ₹1.31 लाख करोड़ था, जो वित्त वर्ष 2022 में ₹1.54 लाख करोड़ से 14% कम था। वहीं, वित्त वर्ष 2024 में यह और घटकर ₹1.25 लाख करोड़ रह गया।
यह पहल मोटुल के मोबिलिटी उद्योग में व्यापक महत्वाकांक्षाओं का हिस्सा है, जिसमें ईवी, ईवी रेट्रोफिटिंग, हाइड्रोजन, थर्मल मैनेजमेंट और इमर्स्ड बैटरी तकनीक शामिल हैं। यह सिर्फ स्किल अपग्रेडेशन नहीं है, बल्कि मैकेनिकों को नई आय और विकास के अवसर प्रदान करना है।
एक्सिकॉम के सीएफओ शिराज खन्ना ने कहा चार्जिंग स्टेशन बिजनेस में प्रवेश करना एक अच्छा अवसर है। निवेश इस पर निर्भर करता है कि आप इसे कहां खोल रहे हैं। यदि आप मुख्य शहर में चार्जिंग स्टेशन खोल रहे हैं, तो किराया महंगा हो सकता है। हाईवे या ग्रामीण क्षेत्रों में किराए की लागत कम होगी।
डिस्ट्रिब्यूटेड चार्जर एक ही कनेक्टर से 30kW, 50kW और 200kW तक चार्जिंग की सुविधा देता है। यह सभी प्रकार के वाहनों के लिए एक ही स्टेशन पर तेज़ और कुशल चार्जिंग का भविष्य है। ग्लिडा (GLIDA) का लक्ष्य अगले एक साल में 25 राज्यों, लगभग 52 शहरों, 25 हाईवे तक विस्तार करना है।
STLA फ्रेम प्लेटफॉर्म, जिसे फुल-साइज बॉडी-ऑन-फ्रेम ट्रकों और एसयूवी के लिए डिज़ाइन किया गया है, आंतरिक दहन, हाइब्रिड, हाइड्रोजन, बैटरी इलेक्ट्रिक (BEV) और रेंज-एक्सटेंडर इलेक्ट्रिक व्हीकल (REEV) तकनीकों का समर्थन करता है।
“पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क को सुधारने और चार्ज पॉइंट ऑपरेटर्स के लिए प्लग-एंड-प्ले इन्फ्रास्ट्रक्चर सक्षम करने के लिए फंड आवंटित करना अधिक लाभकारी हो सकता है।”
आप कोई वास्तविक उत्पाद खरीदे बिना रिटेल बिजनेस को शुरू कर सकते हैं। इस लेख में बताया गया है कि ऐसे व्यवसाय की तलाश कैसे करें जो कम निवेश में अच्छा रिटर्न दे सके।
समय बीतने के साथ, नए-नए अवसर प्रौद्योगिकी की प्रगति के साथ संरेखित होते हैं। छात्र को करियर काउंसलर्स की जरूरत तब पढ़ती है जब उन्हे अपने करियर का निर्णय लेना होता है।
मिंत्रा 3-10 अक्टूबर तक अपने बिग फैशन फेस्टिवल की मेजबानी करने जा रही है और अपने ग्राहकों को ~ 10 लाख शैलियों का सबसे बड़ा कलेक्शन पेश करते हुए ~ 7000 ब्रांडों में से सबसे अच्छा चयन लेकर आएगी।
उत्तराखंड के उद्यमियों के साथ मिलकर IIT Roorkee ऐसी इंडस्ट्रीज लगाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे पर्यावरण का संतुलन बनाया रखा जा सके। स्वच्छ पर्यावरण, बेहतर खान-पान, बिजली और साफ पानी सभी को मिले, इसके लिए आईआईटी रूड़की में कई रिसर्च किए जा रहे हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने जी-20 शिक्षा मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए उन सभी प्रमुख मुद्दों पर विस्तार से बात की, जिन पर ध्यान केंद्रित करते हुए सरकार भारत में शिक्षा को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप दे रही है।