
काइनेटिक ग्रीन एनर्जी एंड पावर सॉल्यूशंस लिमिटेड ने सुधांशु अग्रवाल को मोबिलिटी और अंतरराष्ट्रीय व्यापार के प्रेसिडेंट के रूप में नियुक्त किया है। कंपनी ने घोषणा की कि अग्रवाल वैश्विक बाजारों में विस्तार और लास्ट-माइल मोबिलिटी सॉल्यूशंस के विकास का नेतृत्व करेंगे।
अग्रवाल को ऑटोमोबाइल उद्योग में दो दशकों से अधिक का अनुभव है। इससे पहले, उन्होंने वी ट्रेड विंग्स प्राइवेट लिमिटेड में चीफ बिजनेस ऑफिसर के रूप में कार्य किया और पियाजियो व्हीकल्स में इलेक्ट्रिक वाहन संचालन और अंतरराष्ट्रीय व्यापार विकास का नेतृत्व किया।
किनेटिक ग्रीन की संस्थापक और सीईओ सुलज्जा फिरोदिया मोटवानी (Sulajja Firodia Motwani) ने कहा कि यह नियुक्ति कंपनी के लिए एक परिवर्तनकारी दौर में की गई है। अग्रवाल, को-फाउंडर रितेश मंत्री के साथ मिलकर मोबिलिटी सेक्टर और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कंपनी के विस्तार की दिशा में काम करेंगे।
काइनेटिक ग्रीन अब दक्षिण एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में अपने विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कंपनी पुणे, महाराष्ट्र स्थित अपने प्लांट में इलेक्ट्रिक दोपहिया और तिपहिया वाहनों का निर्माण करती है।
हाल ही में, कंपनी ने इ-लूना लॉन्च किया, जो काइनेटिक ग्रीन के लोकप्रिय लूना ब्रांड का इलेक्ट्रिक संस्करण है। यह वाहन निजी परिवहन और ई-कॉमर्स डिलीवरी सेगमेंट के लिए डिजाइन किया गया है।
काइनेटिक ग्रीन को यूके स्थित ग्रेटर पैसिफिक कैपिटल से सीरीज ए फंडिंग में 25 मिलियन डॉलर मिले हैं और कंपनी अतिरिक्त 30 मिलियन डॉलर जुटाने की योजना बना रही है।
कंपनी भारत में ARAI-स्वीकृत इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहनों का विकास करने वाली पहली कंपनी रही है और इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहनों में लिथियम-आयन बैटरी तकनीक पेश करने वाली पहली भारतीय कंपनी भी है।
काइनेटिक ग्रीन,फिरोदिया परिवार की तीसरी पीढ़ी की कंपनी है और 50 वर्षों से अधिक की इंजीनियरिंग विशेषज्ञता के साथ आगे बढ़ रही है। कंपनी का इटली के टोनिनो लैम्बोर्गिनी के साथ इलेक्ट्रिक गोल्फ कार्ट और बग्गी वाहनों के निर्माण के लिए संयुक्त उद्यम भी है।