
संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली का एक कैंपस खोलने की परिकल्पना फरवरी 2022 में इन दोनों ही देशों के नेतृत्व द्वारा की गई थी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली (आईआईटी-डी) और अबू धाबी शिक्षा एवं ज्ञान विभाग (एडीईके) के बीच संयुक्त सहयोग के रूप में इस परियोजना का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण या बेहतरीन उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करना है। इसके साथ ही यह अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच साझेदारी को भी बढ़ावा देगा। इस कैंपस में ‘ऊर्जा परिवर्तन और स्थायित्व में मास्टर्स’ के नाम से प्रथम अकादमिक कार्यक्रम इसी साल जनवरी में शुरू हुआ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, "मुझे बताया गया है कि यहां स्टेडियम में इस वक्त सैकड़ों की संख्या में स्टूडेंट्स भी आए हैं। आज UAE में मौजूद भारतीय स्कूलों में ऐसे सवा लाख से अधिक स्टूडेंट पढ़ रहे हैं। ये युवा साथी, भारत-UAE की समृद्धि के सारथी बनने जा रहे हैं। शेख मोहम्मद बिन ज़ायद के सपोर्ट से पिछले महीने ही IIT Delhi के Abu Dhabi कैंपस में मास्टर्स कोर्स शुरू हुआ है। दुबई में नया सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन- CBSE का ऑफिस भी जल्द ही खुलने वाला है। मुझे विश्वास है कि ये संस्थान यहां भारतीय कम्युनिटी को बेस्ट एजुकेशन देने में और मदद करेंगे।
ग्लोबल फिनटेक अडॉप्शन रेट में नंबर वन
"आज एक-एक भारतीय का लक्ष्य, 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का है। दुनिया का वो देश जिसकी अर्थव्यवस्था बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है, जो स्मार्टफोन डेटा कन्ज्यूम करने में नंबर वन है, जो ग्लोबल फिनटेक अडॉप्शन रेट में नंबर वन है, जहां सबसे ज्यादा मिल्क प्रोडक्शन होता है, जो इंटरनेट यूजर्स के मामले में नंबर दो पर है, जो दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल मैन्यूफैक्चरर है, जहां दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है, जो अपने पहले ही प्रयास में मंगल तक पहुंच गया, जिसने चंद्रमा के साउथ पोल पर अपना झंडा गाड़ दिया है, जो एक बार में सौ-सौ सैटेलाइट भेजने का रिकॉर्ड बना रहा है, जिसने अपने दम पर 5G टेक्नोलॉजी विकसित करके सबसे तेज रोलआउट किया है, वह है हमारा भारत। भारत की उपलब्धि, हर भारतीय की उपलब्धि है। सिर्फ 10 साल में भारत, दुनिया की ग्यारहवें नंबर की इकोनॉमी से पांचवें नंबर की इकोनॉमी बन गया है। मुझे हर भारतीय के सामर्थ्य पर भरोसा है।"
भारत की पहचान, नए Ideas-innovations
PM मोदी ने कहा, "आप में से जो लोग बीते दिनों भारत गए, वो जानते हैं कि आज भारत में कितनी तेजी से बदलाव आ रहा है। आज भारत, एक से बढ़कर एक आधुनिक एक्सप्रेस वे बना रहा है। एक से बढ़कर एक नए एयरपोर्ट्स बनवा रहा है। रेलवे स्टेशंस बनवा रहा है। आज भारत की पहचान, नए Ideas, नए innovations की वजह से बन रही है, मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स, वाइब्रेंट टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में, बड़ी स्पोर्ट्स पावर के रूप में बन रही है। और आपको ये सुनकर गर्व होता होगा। आप सभी भारत में आई डिजिटल क्रांति को जानते हैं। डिजिटल इंडिया की प्रशंसा पूरी दुनिया में हो रही है। इसका लाभ UAE में बसे आप सभी साथियों को भी हो, इसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं। हमने UAE के साथ अपने RuPay card stack को शेयर किया है। इससे UAE को अपना domestic card system develop करने में मदद मिली है। भारत के सहयोग से बने कार्ड सिस्टम का UAE ने 'जीवन' नाम रखा है। जल्द ही UAE में भी UPI शुरू होने वाला है। इससे UAE और भारतीय अकाउंट्स के बीच सीमलेस पेमेंट्स संभव हो पाएगी। इससे भारत में अपने परिवार के लोगों को और आसानी से पैसा भेज पाएंगे।
"भारत के बढ़ते सामर्थ्य ने दुनिया को भी स्थायित्व और समृद्धि की उम्मीद दी है। दुनिया को लगा है कि भारत एक भरोसेमंद ग्लोबल ऑर्डर स्थापित करने में सक्रिय भूमिका निभा सकता है। मुझे खुशी है कि आज भारत और UAE मिलकर दुनिया के इस भरोसे को मजबूत कर रहे हैं। बीते 10 वर्षों में जहां भी विदेशों में बसे भारतीयों को समस्या आई, भारत सरकार ने तेज़ी से एक्शन लिया है। यूक्रेन, सूडान, यमन और दूसरे संकटों के दौरान फंसे हजारों भारतीयों को हम सुरक्षित निकाल कर भारत लाए। दुनिया में बसे या दुनिया के अलग हिस्सों में काम कर रहे भारतीयों की मदद के लिए सरकार दिन-रात काम कर रही है। भारत और UAE मिलकर 21वीं सदी का नया इतिहास लिख रहे हैं। और इस इतिहास का बहुत बड़ा आधार आप सभी मेरे साथी हैं। आप यहां जो मेहनत कर रहे हैं, उससे भारत को भी ऊर्जा मिल रही है। आप भारत और UAE के विकास और दोस्ती को यूं ही मजबूत करते रहें।"