
ईवी चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी,टेरा चार्ज ने चार्जर की रेंज का विस्तार करने और उन्नत चार्जिंग विधियों और एनर्जी मैनेजमेंट रणनीतियों का पता लगाने के लिए कोलकाता के न्यू टाउन में एक नया रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर शुरू किया है।
रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर जापान की टेक्नोलॉजी द्वारा समर्थित है और इसमें उन्नत परीक्षण और प्रोटोटाइप विकास उपकरण हैं। यह रिसर्च और इनोवेशन चार्जिंग डिज़ाइन के एक हब के रूप में काम करता है, क्योंकि हाल ही में तमिलनाडु सरकार के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया है जिसका उद्देश्य राज्य के ईवी चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना है। इस पहल के माध्यम से टेरा चार्ज का लक्ष्य भारत में ईवी चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर की चुनौतियों का समाधान करना है।
कंपनी ने भारत में छह प्रमुख शहरों पुणे, हैदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, और गुरुग्राम में विस्तार किया भी, ताकि भारत में ईवी चार्जिंग संबंधित मुद्दों का समाधान किया जा सके और भारतीय बाजार में नए ईवी मॉडल और भारी ड्यूटी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए उच्च चार्जिंग मांग को पूरा किया जा सके।
टेरा चार्ज के सीईओ अकिहिरो उएदा ने कहा कि हमारे प्रयास के माध्यम से टेरा चार्ज 2030 तक देश में ईवी प्रवेश को बढ़ावा देने के लक्ष्य को प्राप्त करने में भारत सरकार का समर्थन करने के लिए अच्छी स्थिति में होगा। अपनी रिसर्च एंड डेवलपमेंट क्षमताओं को मजबूत करके, कंपनी का लक्ष्य चार्जर की अपनी मौजूदा रेंज को बढ़ावा देना और उद्योग की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्नत ईवी समाधान विकसित करना है, जिसके 2029 तक 113.9 बिलियन डॉलर के बाजार में बढ़ने का अनुमान है। इस रणनीतिक कदम के माध्यम से कंपनी का लक्ष्य अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को मजबूत करना, अपने चार्जर की क्षमताओं को बढ़ाना और अपने प्रतिस्पर्धियों पर बढ़त हासिल करना है।
भारत के परिवहन समाधानों के विद्युतीकरण की दिशा में भारत के ड्राइव का समर्थन करने के लिए टेरा चार्ज ने टेरा चार्ज ब्लैंकेट सॉल्यूशन भी लॉन्च किया,जो लॉजिस्टिक्स और लास्ट माइल डिलीवरी व्यवसायों की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया एक व्यापक पैकेज है।