
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विशेषकर युवाओं को ध्यान में रखकर 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' अभियान चलाया था। इस कड़ी में देश के एक राज्य के युवा दूसरे राज्य जाकर वहां के तकनीकी संस्थानों और धार्मिक स्थलों का भ्रमण करते हैं। इसके तहत केंद्र सरकार 'युवा संगम योजना' चला रही है। आज 'युवा संगम फेज 4' के प्रतिभागी छात्र, जोकि कर्नाटक से उत्तर प्रदेश पहुंचे हैं, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा से मिले और उनसे कई महत्वपूर्ण जानकारी ली। मुख्य सचिव के साथ कर्नाटक के छात्रों की यह मुलाकात काफी ज्ञानवर्द्धक रही। इस पूरे दौरे को उन्होंने खूब एन्जॉय किया और हमेशा के लिए अपनी यादों में बसा लिया। शिक्षा मंत्रालय ने कर्नाटक के इन छात्रों के साथ ली गई तस्वीरों को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर साझा भी किया है।
लव कुश की जन्मस्थली बिठूर
बिठूर (Bithoor) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के कानपुर नगर ज़िले में स्थित एक नगर है। कुछ लोग लव कुश की जन्मस्थली मऊ (तमसा के किनारे) जिले के वनदेवी धाम को नही बल्कि बिठूर को ही मानते हैं। बिठूर कानपुर के पश्चिमोत्तर दिशा में 27 किमी दूर स्थित एक नगर व नगरपंचायत है। मेरठ के अलावा बिठूर में भी सन 1857 में भारतीय स्वतंत्रता के प्रथम संग्राम का श्रीगणेश हुआ था। यह शहर कन्नौज रोड पर स्थित है। बिठूर गंगा-किनारे बसा हुआ एक ऐसा सुसुप्त व छोटा क़स्बा है, जो किसी ज़माने में सत्ता का केंद्र हुआ करता था। यहां कई पुरानी ऐतिहासिक इमारतें, बारादरियां और मंदिर जीर्ण-शीर्ण हालत में हैं। ये नानाराव और तात्या टोपे जैसे लोगों की धरती रही है। टोपे परिवार की एक शाखा आज भी बैरकपुर में है और यहीं झांसी की रानी लक्ष्मी बाई का बचपन बीता था।
आईआईटी कानपुर बना यूपी का नोडल
इससे पहले 3 मार्च को 'युवा संगम' के लिए आईआईटी कानपुर को यूपी का नोडल बनाया गया था। रविवार को तेलंगाना के सिकंदराबाद से 45 युवाओं की टीम सूबेदारगंज स्पेशल ट्रेन से कानपुर आई थी। तब डिप्टी सीटीएम आशुतोष सिंह और आईआरसीटीसी के स्थानीय प्रबंधक वरुण गोयल ने युवा प्रतिनिधियों का कंठी माला पहनकर स्वागत किया था। टीम को रिसीव करने के लिए आईआईटी कानपुर की पांच सदस्यीय टीम पहले ही सेंट्रल पहुंच गई थी। युवा संगम की टीम सोमवार को अयोध्या पहुंची। वहां से लखनऊ होते हुए कानपुर रवाना हुई। कानपुर में एचएएल और आयुध निर्माणियों का दौरा भी किया। फिलहाल युवाओं का दूसरे राज्य जाकर उसे करीब से जानने और समझने का यह सिलसिला ऐसे ही आगे बढ़ता रहेगा।