कृष्णा तामलिया मॉम्स थेरेपी की फाउंडर और इनऑर्बिट पिंक पावर 2018 की विजेताओं में से एक हैं। उन्हें 10 भावी महिला व्यवसायियों में से एक के रूप में जाना गया है।
एमएसएमई ने 2017-18 में विकास 27 प्रतिशत और ऑपरेटिक लाभ 66 प्रतिशत तक रिकॉर्ड किया है। जो नोट बंदी और जीएसटी की चुनौतियों के बाद इस सेक्टर में फिर से वापसी की गूंज की ओर इशारा कर रहा है।
निजी स्कूल प्रवासी फ्रैंचाइज़ अचानक से वृद्धि देख रहे हैं क्योंकि वे स्थानीय स्तर पर जरूरतमंदों के लिए स्कॉलरशिप प्राप्त करने के लिए फंड बनाने में संर्घष कर रहे थे।
भारत के इतिहास में जड़ी-बूटी का धूम्रपान बहुत लंबे समय से होता आया है। पिछले कुछ सालों से आर्गेनिक और हर्बल धूम्रपान इंडस्ट्री ने इस इंडस्ट्री के भीतर बहुत चर्चा बटोरी है जो बहुत से धूम्रपान करने वालों को आकर्षित कर रहा है।
कार्यकारी प्रमाणपत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, सोम्मेट एजुकेशन आज के गतिशील और तेज गति वाले व्यावसायिक वातावरण की अनूठी मांगों को पूरा करने के लिए लक्षित और गहन सीखने के अवसर प्रदान करती है।
टीआई क्लीन मोबिलिटी ने अब तक 3,000 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश में से अपने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 2,530 करोड़ रुपये जुटाए हैं। कंपनी तिपहिया वाहनों, ट्रैक्टर, छोटे और भारी कमर्शियल वाहनों में इलेक्ट्रिक कमर्शियल वाहन प्लेटफॉर्म बनाने पर ध्यान दे रही है।
जेएसडब्ल्यू ग्रुप ने ईवी बैटरी मैन्युफैक्चरिंग परियोजना स्थापित करने के लिए ओडिशा सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। निवेश का उपयोग दो अलग-अलग चरणों में किया जाएगा।
प्ले स्कूल एजुकेशन में नए मानक स्थापित करने के उद्देश्य से किडो और एमेलियो का संयुक्त नेटवर्क अब चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और गुरुग्राम सहित पूरे भारत में 39 केंद्रों तक विस्तारित होगा। यह सिंगापुर स्थित तनास कैपिटल के नेतृत्व में 7.5 मिलियन डॉलर के फंडरेज़ के बाद है।
यह पहल शिक्षाविदों और उद्योग के बीच की खाई को पाटने, महत्वाकांक्षी पेशेवरों के करियर को आकार देने और कस्टम-कुशल कार्यबल के साथ व्यवसायों को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
देश के ऑनलाइन स्टूडेंट लोन प्लेटफॉर्म, कुहू ने गलगोटियास यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी की घोषणा की है। इस साझेदारी का लक्ष्य, देशभर में गलगोटियास यूनिवर्सिटी के छात्रों के लिए कुहू की उन्नत तकनीक तथा ऋणदाताओं के नेटवर्क का लाभ उठाकर किफायती वित्तीय विकल्पों को सुलभ बनाना है।
कंपनी का ध्यान इलेक्ट्रिक बसों के उत्पादन पर होगा, साथ ही मौजूदा और अन्य उभरते वैकल्पिक ईंधन द्वारा संचालित अन्य वाहनों का उत्पादन करने की क्षमता भी होगी।
वडोदरा स्थित कंपनी वार्डविज़ार्ड मिस्र सहित अफ्रीकी बाजारों की जरूरतों को पूरा करने के लिए संयुक्त अरब अमीरात के शारजाह में एक नया असेंबली प्लांट स्थापित कर रही है। इसने बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा जैसे बाजारों में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए झारखंड के देवघर में एक असेंबली प्लांट भी स्थापित किया है।