टेलीमेडिसिन बिजनेस अब एक विकल्प नहीं बल्कि एक आवश्यकता बन गया है। चिकित्सा जगत में इसे उभरते हुए व्यवसाय के तौर पर भी देखा जा रहा है। अगर आपको भी इस क्षेत्र में लाभ कमाना है तो इस आर्टिकल को पढ़ें और जान लें कि कैसे शुरू कर सकते हैं टेलीमेडिसिन का व्यवसाय?
त्योहारी सीज़न की शुरुआत के साथ इन सभी डीलरशिप ने पूरी तरह से सही समय पर काम करना शुरू कर दिया है। इसका लक्ष्य अवधि के दौरान इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बढ़ती मांग को पूरा करना है।
भारत सरकार ने देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के विकास के लिए निरंतर समर्थन प्रदान किया है। 9.4 लाख इलेक्ट्रिक वाहन अब भारत की सड़कों पर है। बैटरी विकास और घरेलू मैन्युफैक्चरिंग का समर्थन करने में पीएलआई योजना के परिणाम दूसरों पर हमारी निर्भरता को कम कर रहे हैं और हमें आत्मनिर्भर बना रहे हैं।
यूजीसी ने एक व्हाट्सएप चैनल लॉन्च किया है। इसका उद्देश्य उच्च शिक्षा की सभी सूचनाओं को छात्रों को जल्द दिए जाने की है। चैनल के माध्यम से छात्रों को हर अपडेट दिया जाएगा।
अमेजॅन के कंट्री मैनेजर, इंडिया कंज्यूमर बिजनेस, मनीष तिवारी ने कहा कि एमएसएमई के अनूठे विचार बेहद मायने रखते हैं और हम आप सभी का समर्थन करने के लिए यहां मौजूद हैं।
हाल ही में गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस यानी कि जीएमपी के मानकों में संशोधन किया गया। लेकिन क्या आपको पता है कि ये नॉर्म्स क्या होते हैं? या फिर किसी भी दवा कंपनी को खोलने के लिए इनका पालन क्यूं जरूरी है? अगर नहीं तो भी परेशान न हों क्यूंकि इस आर्टिकल में हम आपको इसकी विस्तारपूर्वक जानकारी दे रहे हैं...
यह योजना दिल्ली में संचालित एग्रीगेटर्स, डिलीवरी सेवा प्रदाताओं या ई-कॉमर्स संस्थाओं पर लागू होगी। इसमें उन सेवा प्रदाताओं को शामिल किया जाएगा जिनके बेड़े में 25 या अधिक मोटर वाहन हैं।
इस सहयोग का उद्देश्य यूज्ड बैटरी को दोबारा से उपयोग में लाने के लिए अनुप्रयोग को ढूंढना है। रेस की प्रयुक्त ईवी बैटरी के 90 प्रतिशत से अधिक कच्चे माल को रीसाइक्लिंग किया जाएगा।
उन्नत चिकित्सा उपकरणों की उपयोगिता और एकीकरण उनकी सफलता के लिए आवश्यक है। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर इन उपकरणों का प्रभावी ढंग से उपयोग कर सकें और वे मौजूदा क्लिनिकल वर्कफ्लो में फिट हों।आइए इस बारे में विस्तार से जानें...
केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने ईवी-रेडी इंडिया डैशबोर्ड लॉन्च किया, जो 2022 और 2030 के बीच इलेक्ट्रिक वाहनों में 45.5 प्रतिशत सीएजीआर का अनुमान लगाता है और 2030 तक भारत में 1.6 करोड़ ईवी की वार्षिक बिक्री।
ई2गो इलेक्ट्रिक स्कूटर छह रंगों में उपल्बध है। इसकी बैटरी को आठ घंटे में फुल चार्ज किया जा सकता है। यूजर्स इस स्कूटर को बिना लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन के चला सकते है।
भारत में व्यवसाय शुरू करने के लिए अवसरों की कमी नहीं हैं, लेकिन बात जब मेडिकल इंड्रस्ट्री की आती है तो यह अथाह अवसर लेकर आती है। इस आलेख में हम ऐसे ही एक होलेसेज बिजनेस की जानकारी आपके साथ शेयर कर रहे हैं, जहां लाभ के कई अवसर हैं। अगर आप भी किसी ऐसे ही होलसेल यानी कि थोकबिक्री व्यवसाय की खोज में हैं तो इस आर्टिकल को बहुत ध्यान से पढ़ें....
एनजीएपी सिडबी और गेम की एक पहल है, जो छोटी या कम रेटिंग वाली एनबीएफसी की क्षमता निर्माण को संबोधित करने के लिए उन्हें प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर संस्थागत ऋण तक पहुंचने में मदद करेगी। एनजीएपी का उद्देश्य सूक्ष्म उद्यमों के लिए वित्त तक पहुंच बढ़ाना है।
राउंड में भाग लेने वाले निवेशक श्नाइडर इलेक्ट्रिक एनर्जी एशिया फंड (एसईईएएफ), लोटस कैपिटल एलएलसी, मेब्राइट वेंचर्स और वीटी कैपिटल थे। ईडीएफआई इलेक्ट्रीएफआई ने भी इस दौर में 24 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
देश के पीएम मोदी ने 1 जून 2015 को अटल पेंशन योजना की आरंभ की थी। इस योजना के तहत उन सभी असंगठित इलाके में काम करने वाले लोगों को 60 साल की उम्र के बाद पेंशन देने का नियम है। इस योजना के तहत देश के असंगठित इलाके में काम करने वाले सभी लोगों को वित्तीय सहायता के रूप में 5000 की पेंशन दिया जाता है।
मैथ्यू ने कहा कि प्रोड्यूज का प्लेटफॉर्म अब लाइव हो गया है। रिटेलर्स और कृषि उत्पादकों के लिए आवेदन आमंत्रित कर रहा है।वर्तमान में हम भारत में उत्पादकों से सीधे खरीद कर रहे हैं
वुडनस्ट्रीट ने शहर के उच्च उपनगरों जैसे बसवेश्वरनगर और एचआरबीआर लेआउट को टारगेट करके अपनी उपस्थिति को मजबूत किया है। वह अगले 2 वर्षों में 300 स्टोर खोलने की योजना बना रहा हैं।
ट्रेड रिसिवेबल्स डिस्काउंटिंग सिस्टम योजना में इंश्योरेंस सुविधा भी मिलेगी, जो वित्तीय संस्थाएं एमएसएमई को इनवॉयस के आधार पर भुगतान करती है। उन्हें उनकी रेटिंग के आधार पर डिस्काउंट भी दिए जाएंगे। इसके अलावा इंश्योरेंस कंपनियां भी इस योजना में हिस्सा ले सकेंगी।
सीरीज बी फंडिंग राउंड में लगभग 165 करोड़ रुपये जुटाने के साथ ट्रूमेड्स की कुल फंडिंग 2.1 बिलियन हो गई है। कंपनी की योजना उन डॉमेस्टिक मार्केट में तेजी लाने की है जिन्हे अभी तक छुआ न गया हो और देश भर में अपने कवरेज का विस्तार करने के लिए फंड का उपयोग करने की है।
टेक्स के बाद एक स्टैंडअलोन लाभ की सूचना दी है। तिमाही के लिए 3,697 करोड़, पिछले साल की समान तिमाही में दर्ज 3,253 करोड़ रुपये से 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई।