मास्टर्स यूनियन ने हाल ही में यूजी कार्यक्रम में मेधावी छात्रों के लिए 100 प्रतिशत वित्तीय सहायता देने की पहल शुरू की। पैसों की कमी के चलते जो परिवार अपने बच्चों को आगे पढ़ने के लिए नहीं भेज पाते हैं, यह छात्रवृत्ति उनके लिए किसी सुविधा से कम नहीं।
वाइब्रेंट गुजरात समिट में शिक्षा विभाग ने 3325.26 करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं, जबकि 1060.14 करोड़ रुपये का एक और महत्वपूर्ण एमओयू अंतिम रूप लेने के कगार पर है।
भारत का सर्वश्रेष्ठ कौशल विकास एवं प्लेसमेंट देने वाले मंच स्काई स्किल अकादमी और आईआईटी गुवाहाटी ने हाल ही में पार्टनरशिप की। इस साझेदारी का उद्देश्य देश में प्रौद्योगिकी शिक्षा की स्थिति में सुधार लाना है।
सामुदायिक जुड़ाव को बढ़ावा देने और छात्रों व स्नातकों के लिए भर्ती की सुविधा प्रदान करने वाले मंच अनस्टॉप ने हाल ही में एक करार किया। मंच ने यह साझेदारी जियो क्रिएटिव लैब्स के साथ की है।
कंपनी ने अपने नवीन शैक्षिक समाधानों की प्रभावशीलता और स्वीकार्यता का प्रदर्शन किया। इसने अपने शिक्षार्थी आधार को 20 देशों से बढ़ाया है और 50 पार्टर स्कूलों को जोड़ा है और 2024 के अंत तक 10,000 शिक्षार्थियों की आशा है।
आईआईटी रुड़की और आईआईटी भिलाई ने हाल ही में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इसका उद्देश्य भारतीय संस्कृृति और विरासत को संजोना और संवारना है ताकि युवा पीढ़ी इनसे भलीभांति परिचित हो सके।
एमएसएमई की ऋण प्राप्ति को लेकर आरबीआई ने हाल ही में कुछ आंकड़े जारी किए। इसके अनुसार एनबीएफसी द्वारा एमएसएमई को प्राप्त ऋण में वृद्धि बैंकों की तुलना में तीन गुना अधिक थी, जो अनुकूलित वित्तपोषण समााधान पेश करने की उनकी क्षमता से लाभान्वित हुई।
वर्तमान में शिक्षा के साथ ही कौशल विकास पर भी जोर दिया जा रहा है ताकि शिक्षा प्राप्त करते समय ही छात्रों के पास रोजगार के अवसर भी सामने आने लगें। पढ़ाई पूरी करने के बाद करियर के लिए अरसे तक परेशान रहने की बजाए वह अपनी राह खुद चुन सकें। इस दिशा में यह पहल बेहद लाभदायक साबित होगी।
भारी उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट्स के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना में आंशिक संशोधन किया। इसके साथ ही योजना की अवधि को भी एक वर्ष तक बढ़ाने की घोषणा की।
वर्ष 2023 में ईवी चार्जिंग क्षेत्र ने उल्लेखनीय वृद्धि और परिवर्तन का अनुभव किया, जिसने उद्योग के भविष्य के लिए एक मजबूत नींव रखी। आने वाले वर्ष 2024 में ईवी चार्जिंग उद्योग एक ऐसे भविष्य की कल्पना करता है जहां चार्जिंग स्टेशन न केवल व्यापक हों बल्कि शहरी परिदृश्य और राजमार्ग नेटवर्क में भी एकीकृत हों।
वर्ष 2023 को शिक्षा के डिजीटलीकरण का युग कहा जाए तो गलत नहीं होगा। बेहतर से बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में एडटेक बाजार में कई नई पद्धतियां अपनाई गईं, जिनका परिणाम भी सार्थक रहा।
एयरोस्पेस विनिर्माण प्रौद्योगिकी में अनुसंधान के लिए हाल ही में एक त्रिपक्षीय सहयोग किया गया। इसका लक्ष्य युवाओं को नवीनतम, उद्योग-प्रासंगिक तकनीकी शिक्षा से रूबरू करवाना है।
आईआईटी गुवाहाटी ने हाल ही में असम सरकार के साथ साझेदारी की। इसका उद्देश्य स्टेम शिक्षा को बढ़ावा देना है। इसमें 65 प्रतिशत लड़कियां प्रतिभाग करती हैं। यह आंकड़ा दर्शाता है कि स्टेम शिक्षा के प्रति उनका झुकाव कितना अधिक और कितना महत्वपूर्ण है।
2023 में किसी ने डिजिटल सोने के निवेश में जमाई अपनी धाक तो कोई लगातार मेहनत से बना भारत का नंबर वन यूनिकॉर्न। सोशल मीडिया साइट लिंक्डइन ने हाल ही में इस बारे में एक सूची जारी की है।
ऑर्गेनिक इंडिया ने हाल ही में अपनी विकास योजनाओं का समर्थन करने के लिए लखनऊ में एक अत्याधुनिक LEED प्लैटिनम- सर्टीफाइड मैन्युफैक्चरिंग आधार स्थापित किया है।
आपूर्ति श्रृंखला संचालन अकादमी (एससीओए) देश में कुशल आपूर्ति श्रृंखला संचालन प्रतिभा का एक पूल बनाने में मदद करने के लिए प्रासंगिक उद्योग प्रशिक्षण और ज्ञान प्रदान करने के लिए फ्लिपकार्ट की परियोजना है।
हमारे देश के उद्यमियों को व्यवसाय के अवसर प्रदान करने के साथ-साथ डेयरी उद्योग में प्रमुख खिलाड़ी बनने की दिशा में ब्रांड का स्पष्ट लक्ष्य था। अधिक जानने के लिए आगे पढ़ें।
मूविंग इंडिया के सबसे स्मार्ट बैटरी स्वैपिंग प्रदाता ने पार्क+ के साथ अपनी साझेदारी की घोषणा की है। इस साझेदारी के माध्यम से मूविंग इंडिया और पार्क+ का लक्ष्य दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और बेंगलुरू में 2,000 से अधिक बैटरी स्वैपिंग स्टेशन स्थापित करना है।
ईवी खरीदते समय पूरी राशि का भुगतान करना होगा। झारखंड सरकार सब्सिडी की राशि बाद में गाड़ी मालिक के खाते में भेजेगी। झारखंड में बनी पहली दस हजार गाड़ियों पर ही रजिस्ट्रेशन और रोड टैक्स में 100 प्रतिशत छूट मिलेगी।
गोयल ने कहा कि समझौता न केवल अमीराती राष्ट्र के साथ भारत के वाणिज्यिक संबंधों को बढ़ाएगा, बल्कि अफ्रीका और मध्य पूर्व के कई हिस्सों में "एंट्री प्वांइट" भी प्रदान करेगा।
यह उत्पाद स्वास्थ्य संबंधी पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करता है जिसमें कोई हानिकारक रसायन नहीं होता है, जो इसे सहस्त्राब्दी के बच्चों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित और प्रभावी बनाता है।