तेजी से बढ़ रहा वेलनेस उद्योग उस तरह बदल रहा है जैसे लोग पहले इसे महसूस करते थे।
यात्रा उद्योग में वेलनेस की प्रवृत्ति उत्पन्न हुई है। इस नए वेलनेस जगत में, काफी एयरलाइन सर्विस एंटी-ग्रेविटी योग प्रोग्राम पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। उद्योगपति उड़ान की मनोरंजन प्रणाली के माध्यम से योग वीडियो की एक श्रृंखला प्रदान करने की योजना बना रहे हैं। इस प्रक्रिया का उद्देश्य लोगों की बेहतर जीवनशैली, विशेषकर यात्रियों के लिए शरीर की मुद्राओं और तकनीकों को सुधारना होगा।
एक रिपोर्ट में हाइपरमोबिलिटी के शारीरिक दुष्प्रभावों को देखा गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित एयरलाइन यात्रियों को सिर्केडियन ताल में परेशानी, ब्लड क्लॉट्स होना और प्रतिरक्षा प्रणाली की हानि होने का खतरा होता है।
सर्कुलेशन में सुधार करता है
डीप वेन थ्रोम्बोसिस एक प्रमुख मुद्दा है जो नियमित यात्रि अनुभव करते हैं। यह समस्या एक घातक ब्लड क्लॉट का रूप ले लेती हैं जिस वजह से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं। उड़ान प्रबंधन कई अभ्यास प्रदान करेगा जो कि बैठने के दौरान किए जा सकते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि आप नियमित रूप से सांस लेने के लिए योग्य हैं।
कॉउंटरएक्ट सिटिंग
ये प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसमें आपको उड़ान के दौरान उठना और चलना आवश्यक है। आगे की जरूरतों को प्रोग्रामर्स द्वारा सुझाया जा सकता है, लंबे समय तक बैठने से कम हो जाने वाले हैमस्ट्रिंग को लंबा किया जा सकता है। कार्यक्रम हेड बेकस और नॉर्मल स्ट्रेचेस की पेशकश करेंगे जिससे मानव शरीर सही तरह से काम करने योग्य बन सकेगा।
बेचैन यात्रीगण
अक्सर नर्वस यात्रियों को सांस लेने में समस्या का अनुभव होता है, जो उन्हें अभी और बाद में परेशान करता है। बेचैन प्रभाव चिंता को जन्म देता है जो यात्रियों के लिए एक समस्या पैदा करता है। इस प्रकार, सही तरीके से सांस लेना एक एंटीडोट है जिससे बेचैनी खत्म होती है। यात्रियों को मेडिटेट के लिए कहना थोड़ा अजीब लग सकता है। इसलिए सांस को सही तरीके से लेना और छोड़ना आपके नर्वस सिस्टम को शांत रख सकता है जिससे आपकी चिंता का इलाज होगा ।
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