970*90
768
468
mobile

भारतीय रिसर्चर्स को आकर्षित करने की योजना बना रही है ऑस्ट्रेलियन यूनिवर्सिटी

Sneha Santra
Sneha Santra Dec 17 2018 - 2 min read
भारतीय रिसर्चर्स को आकर्षित करने की योजना बना रही है ऑस्ट्रेलियन यूनिवर्सिटी
UNSW के पास 1200 से ज्यादा भारतीय छात्र हैं और वे अगले साल तक 4500 से भी ज्यादा छात्रों को पाने की योजना बना रहे हैं।

हाल के कुछ सालों में भारत की उच्च शिक्षा क्षेत्र में बहुत सी यूनिवर्सिटी/यूनिवर्सिटी स्तर के इंस्टीट्यूट और कॉलेजों में बहुत तेजी से विकास होते देखा गया है। भारत के शिक्षा क्षेत्र का 2020 तक 101.1 यूएस डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। ये भी कहा जा रहा है कि भविष्य में भारत एक बड़ा शिक्षा केंद्र बनेगा। भारत का उच्च शिक्षा क्षेत्र बहुत सी सफलता पाने के लिए तैयार है।

दि यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स भारत के शोधकर्ताओं को लक्षित कर उन पर 5200 करोड़ रूपए निवेश करने की योजना बना रही है। वे रिसर्च में शामिल होना चाहते हैं और शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं से प्रारंभिक व मध्यम शोधकर्ताओं को नियुक्त करना चाहते हैं, जिसमें भारत भी शामिल है।

भारत ही क्यों

विदेशी यूनिवर्सिटी जो अनुबंध की तलाश में है उनके लिए भारत सबसे पसंदीदा या उपयुक्त जगहों में से है। भारत न सिर्फ छात्रों की नियुक्ति के लिए बल्कि रिसर्च अनुबंधों के लिए प्रमुख जगहों में से एक है।

UNSW सार्वजनिक स्वास्थ्य से लेकर सोलर एनर्जी, स्मार्ट शहरों से लेकर पुरातात्विक संरक्षण तक बहुत से क्षेत्रों में रिसर्च अनुबंध करने की उम्मीद कर रहा है। भारत के UNSW के कंट्री डायरेक्टर अमित दासगुप्ता ने कहा है कि भारत UNSW के दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण भागीदार है और रिसर्च अनुबंध में इसका मुख्य घटक है।

UNSW मुख्य रूप से तीन क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित करने जा रहा है, शिक्षा रिसर्च, इंडस्ट्री और सामाजिक गतिविधियों में रिसर्च अनुबंध और भारत उनकी इस योजना के इन तीनों स्तंभों पर ध्यान केन्द्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

विशेष योजनाएं

यूनिवर्सिटी ने भारतीय छात्रों को अपनी ओर आकर्षित करने और भविष्य में इन रिसर्च अनुबंधों को बढ़ाने के लिए एक विशेष योजना बनाई है।क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में UNSW 45वें स्थान पर है और इनके पास 1200 से ज्यादा भारतीय छात्र है और ये अगले साल तक 4500 से ज्यादा छात्रों को लक्षित कर रहे है।

UNSW के प्रो-वाइस-चांसलर (इंटरनेशनल) लॉरी पियर्स ने कहा, 'दि यूनिवर्सिटी ने लक्ष्य बनाया है कि प्रमुख बाजारों से अगले दशक में अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देकर, वो 1000 प्रारंभिक और मध्य-करियर शोधकर्ताओं को आकर्षित करेगी।'

भविष्य में विकास

ऑस्ट्रेलिया के भविष्य के विकास और समृद्धि उनकी क्षमता को सर्वोत्तम बनाने व आकर्षित करने पर है। इसे पूरा करने के लिए ऑस्ट्रेलिया को शिक्षा क्षेत्र पर ध्यान लगाने की जरूरत है। भारत से अनेक क्षेत्रों में अनुबंध किए गए है लेकिन शिक्षा क्षेत्र सबसे सर्वोपरी है जो उन्हें अपनी आर्थिक रणनीतियों को चलाने में सहायता करेगी। भारत में शिक्षा एक मात्र ऐसा क्षेत्र है जिससे ऑस्ट्रेलिया को सबसे ज्यादा उम्मीदे हैं।

Subscribe Newsletter
Submit your email address to receive the latest updates on news & host of opportunities
Entrepreneur Magazine

For hassle free instant subscription, just give your number and email id and our customer care agent will get in touch with you

or Click here to Subscribe Online

Newsletter Signup

Share your email address to get latest update from the industry