क्या आप फ्रैंचाइज़ खरीदने या अपने व्यवसाय की फ्रैंचाइज़िंग करने के बारे में सोच रहें हैं? यहां पर कुछ ऐसी धाराओं की चर्चा की गई है जिन्हें फ्रैंचाइज़ समझौते पर हस्ताक्षर करने से पहले ध्यान में रखना जरूरी है।
फ्रैंचाइज़िंग किसी भी उद्यमी के लिए एक आकर्षक व्यवसाय अवसर है। हालांकि फ्रैंचाइज़र और फ्रैंचाइज़ी के बीच का फ्रेंचाइज़ संबंध को परिभाषित करना आसान नहीं है। एक आदर्श फ्रैंचाइज़ संबंध में दोनों भागीदार एक 'फ्रैंचाइज़ समझौते' पर हस्ताक्षर करते हैं जिसमें हर भागीदार के अधिकारों और जिम्मेदारियों के बारे में लिखा होता है। फ्रैंचाइज़ समझौते से व्यवसाय के बहुत से पहलू जैसे विज्ञापन, निर्देशन, कीमत, स्टोर का डिजाइन, स्टोर की जगह आदि को नियंत्रित किया जा सकता है।
भारत सरकार के फ्रैंचाइज़िंग इंडस्ट्री पर कोई विशेष कानून नहीं है इसलिए यदि समझौते को सही बचाव कदमों को देखकर न बनाया जाए तो ये फ्रैंचाइज़र या फ्रैंचाइज़ी दोनों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है।फ्रैंचाइज़ समझौते पर हस्ताक्षर करने से पहले ध्यान में रखी जाने वाली बातें कुछ इस प्रकार हैं।
तर्कजनक अधिकार
फ्रैंचाइज़िंग समझौते का मुख्य केंद्र बिन्दु इंटीलैक्चुअल प्रोपर्टी अधिकार का लाइसेंस कराना है। फ्रैंचाइज़र द्वारा फ्रैंचाइज़ी को उसके इंटेलेक्चुअल प्रोपर्टी जैसे ट्रेडमार्क, कॉपीराइट, तकनीकी जानकारी, व्यवसाय अवधारणा आदि का प्रयोग करने देना। यह बहुत आवश्यक है कि विशिष्ट रूप से फ्रैंचाइज़ समझौते बताया जाए कि फ्रैंचाइज़ी को कौन सी इंटेलेक्चुअल प्रोपर्टी का प्रयोग करने का लाइसेंस दिया गया है। यह साफ तौर पर पहले ही निर्धारित कर देना चाहिए कि कैसे फ्रैंचाइज़ी फ्रैंचाइज़र की इंटीलैक्चुअल प्रोपर्टी का प्रयोग कर सकता है। साथ ही फ्रैंचाइज़ समझौते में इन सब बातों का विवरण साफ व स्पष्ट तौर पर देना अति आवश्यक है और यदि फ्रैंचाइज़ी गलत तरीक से ट्रेडमार्क का प्रयोग करता है तो उन्हें फ्रैंचाइज़ समझौते के खत्म होने की सूचना दें।
प्रशिक्षण
यह फ्रैंचाइज़र के लिए बहुत आवश्यक है कि वह अपनी सभी कार्यरत फ्रैंचाइज़ी में समानता और निरंतरता को बनाए रखे। शुरुआती प्रशिक्षण सबसे बेहतर तरीका नई फ्रैंचाइज़ी जिसके साथ समझौता होने वाला है , उसे अपनी सभी अवधारणाओं और मानकों की सही जानकारी देना है।
यह फ्रैंचाइज़र का कार्य है कि वह अपने फ्रैंचाइज़ी को उसकी आवश्यकतानुसार सहायता, प्रशिक्षण और मार्गदर्शन करे और इस बात की जानकारी का भी फ्रैंचाइज़ समझौते में उल्लेख होना चाहिए।
रॉयल्टी/राजस्व
प्रारंभिक शुल्क के साथ फ्रैंचाइज़ी को अपनी बिक्री के प्रतिशत का एक सहमत हिस्सा फ्रैंचाइज़र को देना चाहिए। फ्रैंचाइज़र द्वारा बहुत से तरीकों से रॉयल्टी का प्रयोग किया जा सकता है लेकिन ज्यादातर फ्रैंचाइज़ी आमतौर पर कुछ बिक्री का प्रतिशत खासतौर पर मासिक आधार पर रॉयल्टी के रूप में लेना पसंद करते हैं। फ्रैंचाइज़ समझौते में प्रतिशत और रॉयल्टी के प्रकार, भुगतान के तरीकें और नियत तारीख की जानकारी जो फ्रैंचाइज़र और फ्रैंचाइज़ी द्वारा निर्धारित की गई है का उल्लेख होना चाहिए।
मियाद और नवीनीकरण
फ्रैंचाइज़ समझौते में अक्सर फ्रैंचाइज़ मियाद की समय सीमा 5 से 10 साल की होती है। कुछ में इसके नवीनीकरण का विकल्प भी होता है।फ्रैंचाइज़ी द्वारा बड़ी निवेश राशि देने पर यह जरूरी फ्रैंचाइज़ कदम है कि आप उनके साथ लंबे समय के लिए समझौता संबंध बनाएं। साथ ही अपने फ्रैंचाइज़ यूनिट के साथ सफलता पाने के लिए इस बात का ध्यान रखें कि नवीनीकरण की फीस ज्यादा न हो। अपने कानूनी वकील द्वारा फ्रैंचाइज़ समझौते की समीक्षा कराने के बाद ही इस पर हस्ताक्षर करें।
विज्ञापन और मार्केटिंग
फ्रैंचाइज़र अपने प्रोडक्ट की क्षमता और उसके दृश्यता के बढ़ाने के लिए लगातार मार्केटिंग और प्रमोशन करते हैं। आमतौर पर फ्रैंचाइज़र ब्रांड का प्रचार करते हैं और फ्रैंचाइज़ी ब्रांड के छवि निर्माण गतिविधियों में भाग लेने के लिए जिम्मेदार है। फ्रैंचाइज़ समझौते में विज्ञापन और ब्रांड के प्रमोशन के सभी पहलूओं को भी शामिल करना चाहिए। इसमें विज्ञापन की प्रतिबद्धता शामिल होनी चाहिए और इसके लिए फ्रैंचाइज़ी को क्या फीस देने होगी, इस बात की जानकारी भी होनी चाहिए।